श्री गणेश जी से जुड़े यह 15 तथ्य आपको डाल देंगे अचरज में | डॉ0 विजय शंकर मिश्र

भगवान गणेशजी के 15 अनसुने आश्चर्यजनक तथ्य भगवान श्रीगणेश बुद्धि और कौशल के देवता हैं। उनकी आराधना कर अर्थ, विद्या, बुद्धि, विवेक, यश, प्रसिद्धि, सिद्धि सहजता से प्राप्त हो जाते है। हिन्दुओं में खासतौर पर श्रीगणेश प्रथम पूज्य देवता है परंतु इस हकीकत से परे एक और सत्य है। श्रीगणेश सिर्फ हिन्दुओं द्वारा और भारत में ही नहीं पूजे जाते, बल्कि विश्व में कई जगहों पर श्रीगणेश प्रमुख आराध्य देव हैं। गणपतिजी की आराधना को लेकर कुछ ऐसे तथ्य हैं, जिनसे आप अब तक अंजान रहे। इन्हें जानने के बाद…

घर की नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिय करें ये महत्वपूर्ण उपाय – डॉ0 विजय शंकर मिश्र

जैसा की आप जानते है की हर घर में कोई न कोई वास्तु दोष अवश्य मिलता है ऐसे में घर में कोई न कोई समस्या बनी रहती है। वास्तु दोष से घर में नकारात्मक उर्जा भी इकट्ठी होती रहती है जो घर में कलह का कारण बन जाती है तो साथ ही परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य की हानी पैसे के बचत न होने आदि समस्या उत्पन्न कर देती है। आज कुछ उपाय पोस्ट कर रहा हूँ जिससे आप घर में नकारात्मक उर्जा को खत्म कर सके। एक कटोरी में…

गणेश प्रतिमा के विसर्जन का भी है खास महत्व, जानें महत्वपूर्ण बातें !

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से गणेश चतुर्थी या गणेशोत्सव का प्रारंभ हो गया है। 10 दिनों का यह गणेशोत्सव गणपति बप्पा को खुशी-खुशी विदा कर, उनकी प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ सम्पन्न होगा। अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति की प्रतिमाओं को जल में विसर्जित किया जाएगा और उनसे अगले बरस दोबारा आने की कामना की जाएगी। गणेशोत्सव के दौरान अलग दिनों के लिए गणेश प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं। कुछ लोग गणेश प्रतिमा डेढ़ दिन, 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन, 9 दिन और 11 दिन के…

जानें भगवान् श्रीराम के द्वारा शबरी को दिए गए नवधा भक्ति के 9 उपदेश |

शबरी माताको भगवान् श्रीराम नव प्रकारसे भक्तिका वर्णन करते हुए कहते हैं – नवधा भगति कहउँ तोहि पाहीं। सावधान सुनु धरु मन माहीं।। प्रथम भगति संतन्ह कर संगा। दूसरि रति मम कथा प्रसंगा।। मैं तुझसे अब अपनी नवधा भक्ति कहता हूँ। तू सावधान होकर सुन और मनमें धारण कर। पहली भक्ति है संतोंका सत्संग। दूसरी भक्ति है मेरे कथा-प्रसंगमें प्रेम।। (यहाँ संतों के गुण एवं आचरण से युक्त लोगों का ही संग करनेके लिये ही कहा गया है और इस मायिक शरीरसे आस्था हटाकर सत्यस्वरूप आत्मामें दृढ़ रूपसे स्थित हो…

राधाष्टमी पर्व पर पढ़ें जगद्जननी राधा जी के जन्म की कथा | आचार्य डॉ0 विजय शंकर मिश्र

भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधाष्टमी के नाम से मनाया जाता है। इस वर्ष यह 25 अगस्त को मनाया जाएगा. राधाष्टमी के दिन श्रद्धालु बरसाना की ऊँची पहाडी़ पर पर स्थित गहवर वन की परिक्रमा करते हैं। इस दिन रात-दिन बरसाना में बहुत रौनक रहती है. विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. धार्मिक गीतों तथा कीर्तन के साथ उत्सव का आरम्भ होता है। राधाष्टमी की कथा 〰️〰️〰️〰️〰️〰️ राधाष्टमी कथा, राधा जी के जन्म से संबंधित है. राधाजी, वृषभानु गोप की पुत्री थी. राधाजी…

मूषक क्यों बना गणेश जी का वाहन | डॉ0 विजय शंकर मिश्र

गणेश पुराण में यह भी वर्णन किया गया है कि हर युग में गणेश जी का वाहन बदलता रहता है। सतयुग में गणेश जी का वाहन सिंह है। त्रेता युग में गणेश जी का वाहन मयूर है और वर्तमान युग यानी कलियुग में उनका वाहन घोड़ा है। गणेश जी ने अपना वाहन मूषक क्यों चुना इस विषय में कई कथाएं मिलती हैं। एक कथा के अनुसार गजमुखासुर नामक एक असुर से गजानन का युद्ध हुआ। गजमुखासुर को यह वरदान प्राप्त था कि वह किसी अस्त्र से नहीं मर सकता। गणेश…

तुरंत मन्नत पूरी करता है यह चमत्कारी गणेश मंत्र | डॉ0 विजय शंकर मिश्र

किसी भी विषय या कला में दक्षता व कुशलता पाने के लिए संयम, मानसिक एकाग्रता व मजबूती बेहद आवश्यक होती है। वैसे ही धार्मिक नजरिए से मंत्र जाप भी ऐसा ही एक उपाय है, जिससे काम और कामनासिद्धि की जा सकती है। चूंकि भगवान श्रीगणेश सिद्धिदाता हैं, इसलिए श्रीगणेश मंत्रों के अलग-अलग मंत्रों का जप विद्या, बुद्धि और समृद्धिदायक माना गया है। इसलिए श्रीगणेश मंत्र जाप का ऐसा सरल उपाय, जिसे अपनाकर बुधवार के दिन आप कोई भी मनोरथ सिद्धि कर सकते हैं। – सुबह स्नान के बाद मन्दिर या…

श्री गणेश जी को दूर्वा अत्यंत प्रिय क्यों है | डॉ0 विजय शंकर मिश्र

दूर्वा एक प्रकार की ग्रास होती है, जिसको भगवान गणेश जी पर अर्पित किया जाता हैं। ऐसी मान्यता है, कि गणेश जो को दूर्वा अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है एवं घर में रिद्धि-सिद्ध का वास होता है। गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने से सम्बंधित एक कथा अत्यंत प्रचलित है… प्राचीन काल में अनलासुर नामक एक दैत्य था। अनलासुर के कोप से समस्त स्वर्ग तथा धरती पर त्राहि त्राहि विद्यमान थी। अनलासुर ऋषि-मुनियों एवं निरीह मानवों को जीवित ही निगल जाता था। दैत्य से त्रस्त होकर देवराज…

जानें कैसे उतारे बच्चों की नज़र | आचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री

नजर एक् एैसी चीज है जिसे लगती है वह इंसान सफल होते-होते रह जाता है। बनते-बनते काम बिगड़ जाते हैं। भले ही आज के समय में यह बात अंधविश्वास लगती हो लेकिन नजर दोष को नकारा नहीं जा सकता है। नजर लगने से इंसान का किसी काम में मन नहीं लगता है। सेहत खराब हो जाती है और भी कई तरह से इंसान दिक्कतों का सामना करता है। आचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि अक्सर छोटे बच्चों को सबसे पहले नजर लगती है। बच्चों की नजर उतारने के…

गणपति क्यों बिठाते हैं? अलग अलग कामना के लिये इस प्रकार करें गणेश स्थापना – डॉ0 विजय शंकर मिश्र

हम सभी हर साल गणपती की स्थापना करते हैं, साधारण भाषा में गणपति को बैठाते हैं। लेकिन क्यों ??? किसी को मालूम है क्या ?? हमारे धर्म ग्रंथों के अनुसार, महर्षि वेद व्यास ने महाभारत की रचना की है। लेकिन लिखना उनके वश का नहीं था। अतः उन्होंने श्री गणेश जी की आराधना की और गणपति जी से महाभारत लिखने की प्रार्थना की। गणपती जी ने सहमति दी और दिन-रात लेखन कार्य प्रारम्भ हुआ और इस कारण गणेश जी को थकान तो होनी ही थी, लेकिन उन्हें पानी पीना भी…