कई महीनों से अवसाद ग्रस्त (Depression) होने के कारण सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या कर लेने से आज जहाँ पूरा देश शोक संतप्त है वहीं “अवसाद” पूरे विश्व के सामने एक बड़ा सवाल बन कर खड़ा है । आज के इस दौर में क्या किशोर, क्या युवा, क्या वृद्ध सभी किसी न किसी मन की आंतरिक पीड़ा के कारण अवसादग्रस्त हैं। यही मानसिक पीड़ा जब हद से ज़्यादा बढ़ जाती है तो व्यक्ति एकांत प्रिय हो जाता है साथ ही उसके व्यवहार में एक अलग सा बदलाव आ जाता है…
Category: Art & Entertainment
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सृष्टि का कारण तुम्हीं हो | कवयित्री – प्रतिमा दीक्षित
सृष्टि का कारण तुम्हीं हो। सृष्टि का विध्वंस हो तुम।। सत्य हो, सुंदर हो, शिव हो। शिष्ट और अपभ्रंश हो तुम। ध्यानमग्न शमशान में सारी ही सीमा से परे तुम। महायोगी हो त्रिलोकी और त्रिगुणातीत हो तुम।। हे प्रभु! संसार हेतु चंद्रशेखर रूप धरिए। मौन में संगीत रचिये। शून्य में श्रृंगार गढ़िये ।। जीव जग मत भोग समझो। काल तुमको भींच लेगा। जन्म बस जीवन नहीं है। मृत्यु मुख भी खींच लेगा। कर्म हों शंकर सदृश, होकर के निर्विकार करिये त्रिकालदर्शी स्वयं हो कर शिव में एकाकार करिये। मौन का…
सोनू सूद को समर्पित, मजदूरों के दर्द को बयाँ करता गीत “मेरी माँ” | आपकी आँखें नम कर देगा | विडियो देखें
फिल्मी पर्दे पर खलनायक का किरदार निभाने के लिए मशहूर अभिनेता सोनू सूद असल जीवन में नायक के रूप में सामने आएं हैं। कोरोना वायरस महामारी के दौरान फंसे प्रवासियों की मदद के लिए सामने आए सोनू सूद के सम्मान में शनिवार को “मेरी मां” नामक एक गीत जारी किया गया। इस गाने के बोल वंदना खंडेलवाल ने लिखे हैं और राहुल जैन ने गाने को अपनी आवाज दी है। ये गीत लॉकडाउन में आई मुसीबत के समय के आसपास घूमता है। इसमें दिखाया गया है कि जब देश भर…
कोरोना से पहले ज़िन्दगी में सब कुछ हुआ करता था | कवयित्री – अनिता शर्मा
अक्सर यह सोच कर, हैरान हो जाती हूँ कि एक महामारी ने जिंदगी का नजरिया बदल दिया. अब ना मॉल है ना सिनेमा हॉल है ना कहीं बाहर घूमने जाते हैं, घर में रहते हैं फैमिली के साथ और करने को कितनी सारी बातें हैं. यूट्यूब पर देखकर रेसिपी अब भैया और पापा भी किचन में हाथ आज़माते हैं, कैरम और लूडो जैसे खेल में जीत कर , अब दादी और मम्मी भी मुस्कुराते हैं. दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर करने को ढेर सारी चैटिंग है, बच्चों के साथ…
जान-ए-बवाल कोरोना | कवि : डॉ. विशाल
समय-समय की बात है यारों, समय-समय का खेल, घूमन के जो उस्ताद हैं यारों, घर में पड़े हैं ढ़ेर लूडो, कैरम, सांप-सीढ़ी का दिन भर खेलें खेल, सोने में तो उस्ताद हो गए, बाकी काम में फेल खाते-खाते फूल गए सब, भूल गए सब काम पूरे दिन बस टीवी मोबाइल, पूरे दिन आराम घर में बस बीबी से चिकचिक, बच्चों का कोहराम कार बाइक सब धूल खा रहे, पैर भी हो गए जाम कोई बन गया कुकिंग स्टार, कोई बन गया हज्जाम हाथ पर धरे हाथ हैं बैठे, और दिन…
रिस्क : किशोर मन का कोमल दस्तावेज | समीक्षक – रानी कुकसाल | उपन्यासकार – शरद मिश्रा
उपन्यास : रिस्क लेखक : शरद कुमार मिश्र प्रकाशक : देववाणी प्रकाशन मूल्य : ₹160 रिस्क : किशोर मन का कोमल दस्तावेज रात के अंधेरे में जीवन के गहरे रहस्य छुपे होते हैं। जीवन भी कई बार निराशा और अवसाद की काली रात से गुजरता है, लेकिन उस रात के बाद आने वाला एक चमकता दिन आप की दिशा तय करता है और मार्ग प्रशस्त करता है। दिल और दिमाग को उजालों से भर देता है। हाल ही में प्रकाशित उपन्यास ‘रिस्क’ में शरद कुमार मिश्र ने जीवन, मन, विचार…
वक्त मौन है | कवयित्री – सुविधा अग्रवाल “सुवि”
विषमता का दौर है वक्त फिर भी मौन है, अचम्भित करने सबको आया एक शोर है खामोशी से आया है जीवन में सबके छाया है, रूह को झिंझोड़ कर छिपा एक चितचोर है तिल-तिल कर मरता है कर्म करे कोई भरता है, हर किसी की आंखों में चुभता जैसे एक शूल है पाप करे फिर रोता है जागे ना कोई सोता है, टूटा मन संसार से रोया एक-एक पोर है रक्त तन से बहता जाए पीड़ा जितनी सहता जाए, घटता हर पल जीवन का चलता फिर भी हर छोर है।…
हर उम्र का अपना ही एक तकाज़ा होता है | कवि: अभिनयकुमार सिंह
हर उम्र का अपना ही एक तकाज़ा होता है हासिल नहीं होता आँगन में दौड़ना एक उम्र गुजरने के बाद। बचपन को बचपन में ही जिया जाये तो बेहतर है अच्छा नहीं होता अल्हड़ सा घूमना जवानी का रंग चढ़ने के बाद। उम्र के साथ निभाया जाये वो रिश्ता अच्छा लगता है खरा नहीं होता भौजाई की कलाई मरोड़ना बेटों के घोड़ी चढ़ने के बाद। जिम्मेदारियों को साझा करने का भी एक वक़्त होता है मुमकिन नहीं होता कुंजी कमर से बांधे रखना हाथ में लाठी पकड़ने के बाद। हमसफ़र…
मछलियों को भी चढ़ा मदिरा का बुख़ार, नाव से लटक कर शराब पीती हुई मछली का वीडियो हुआ वायरल।
मदिरा का सेवन स्वास्थय के लिए हानिकारक है और इंसानो को हमेशा से मदिरा से दूर रहने की हिदायत दी जाती है पर जब मछली के मुँह लग जाये मदिरा का स्वाद तब क्या होता है जानने के लिए देखिये यह वीडियो। इन दिनों सोशल मीडिया पर नाव से लटक कर शराब पीती हुई मछली का वीडियो काफी वायरल हो रहा है । इस वीडिया को इंडियन फॉरेस्ट ऑफिसर सुशांता नंदा ने शेयर किया है। साथ ही कैप्शन में लिखा, मछली की तरह बियर पीजिए। देखिए यह मछली कितनी किस्मत…
काशी में शूटिंग के लिए पूरा सहयोग करेंगे निर्माता दिलीप सोनकर
वाराणसी – 6 जून -कमलाश्री फ़िल्म्स प्रा. लि. ने मुंबई में बंद पड़े शूटिंग के कामकाज को बनारस में शुरू कराने की कर रहा पहल , इसके लिए तैयारी लगभग पूर्ण कर लिया गया, कुछ धारावाहिक इसके लिए विचार भी कर रहे है ,सभी जानकारी जल्द ही एक वेब साइड पर उपलब्ध होगा | कोरोना महामारी ने हम इंसानों की सारी काबिलियत पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगाते हुए हमें घर के अन्दर दुबके रहने को मजबूर कर दिया है| कभी न रुकने वाले शहर मुंबई के कदम भी ठिठक गए हैं|…