केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोबारा एम्स में हुए भर्ती |

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार रात करीब 11 बजे एम्स में भर्ती हुए है। बता दें कि पिछले महीने भी गृहमंत्री कोरोना के बाद देखभाल के लिए (पोस्ट कोविड केयर) एम्स में भर्ती हुए थे। इसके बाद 12 दिन बाद उनको छुट्टी मिल गई थी। हालांकि, उनको दोबारा किस लिए भर्ती कराया गया है कि इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। गृहमंत्री अमित शाह पिछले दिनों कोरोना संक्रमित पाए गए थे। मेदांता अस्पताल में इलाज के बाद थकान और शरीर में दर्द की शिकायत के बाद…

12 सितंबर की प्रमुख घटनाएं | जानें इस दिन इतिहास में घटित हुई सारी घटनाएं | सामान्य ज्ञान |

12 सितंबर की प्रमुख घटनाएं | जानें इस दिन इतिहास में घटित हुई सारी घटनाएं | सामान्य ज्ञान | 🎯फ्रांस के राजकुमार लुई और इंग्लैंड के राजा हेनरी तृतीय ने 1217 में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये 🎯 तैमूर लंग 1398 में सिंधु नदी के तट पर पहुंचा 🎯 स्वीडन और पोलैंड ने 1635 में संघर्ष विराम संधि पर हस्ताक्षर किये 🎯 लॉॅर्ड कॉर्नवॉलिस 1786 में गवर्नर जनरल बना 🎯 पहला टाइपराइटर 1873 में ग्राहकों को बेचा गया 🎯फ्लोरिडा में 1928 को भीषण तूफान से 6000 लोगों की मौत 🎯अमेरिकी…

सितंबर 2020 क्यों है खास, जानिए कब है नवरात्रि, दशहरा और दीपावली | भागवत मधुकर-मणिराम दास जी (मनी भईया)

165 साल बाद अद्भुत योग : 1 से 17 सितंबर तक श्राद्धपक्ष, नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू जानिए कब है दिवाली और देवउठनी एकादशी  शारदीय नवरात्र की शुरुआत पितृपक्ष की समाप्ति के बाद हो जाती है। मगर इस बार 165 साल बाद अद्भुत योग बना है। पितृ पक्ष की समाप्ति के बाद शारदीय नवरात्र शुरू नहीं होंगे, बल्कि एक महीने के बाद नवरात्रों की शुरुआत होगी। अश्विनी माह में श्राद्ध पक्ष 1 सितंबर से शुरू होगा, जो कि 17 सितंबर तक चलेगा। आमतौर पर पितृपक्ष के समाप्त होते ही अगले…

जानें “ॐ नमः शिवाय” मंत्र की उत्पत्ति का रहस्य | डॉ0 विजय शंकर मिश्र

ॐ नमः शिवाय सबसे लोकप्रिय हिंदू मंत्रों में से एक है और शैव सम्प्रदाय का महत्वपूर्ण मंत्र है। नमः शिवाय का अर्थ “भगवान शिव को नमस्कार” या “उस मंगलकारी को प्रणाम!” है। इसे शिव पञ्चाक्षर मंत्र या पञ्चाक्षर मंत्र भी कहा जाता है, जिसका अर्थ “पांच-अक्षर” मंत्र (ॐ को छोड़ कर) है। यह भगवान शिव को समर्पित है। यह मंत्र श्री रुद्रम् चमकम् और रुद्राष्टाध्यायी में “न”, “मः”, “शि”, “वा” और “य” के रूप में प्रकट हुआ है। श्री रुद्रम् चमकम्, कृष्ण यजुर्वेद का हिस्सा है और रुद्राष्टाध्यायी, शुक्ल यजुर्वेद…

कहानी (हमारी-तुम्हारी) | आचार्य डॉ0 विजय शंकर मिश्र

एक धन सम्पन्न व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ रहता था। पर कालचक्र के प्रभाव से धीरे धीरे वह कंगाल हो गया। उस की पत्नी ने कहा कि सम्पन्नता के दिनों में तो राजा के यहाँ आपका अच्छा आना जाना था। क्या विपन्नता में वे हमारी मदद नहीं करेंगे जैसे श्रीकृष्ण ने सुदामा की की थी?  पत्नी के कहने से वह भी सुदामा की तरह राजा के पास गया। द्वारपाल ने राजा को संदेश दिया कि एक निर्धन व्यक्ति आपसे मिलना चाहता है और स्वयं को आपका मित्र बताता है। राजा…

ब्रह्मांड के न्यायाधीश एवं दंडाधिकारी हैं शनिदेव | बाल संत श्री मणिरामदास जी महाराज

शनि देव जी को न्याय और कर्मों का देवता माना जाता है। 9 ग्रहों के समूह में इन्हें सबसे क्रूर माना गया है। लेकिन ऐसा नहीं है। भगवान सूर्य और उनकी पत्‍नी छाया की संतान शनि देव जी अगर किसी पर मेहरबान हो तो वो इसे धन-धान्य से परिपूर्ण कर देते हैं। यमराज इनके छोटे भ्राता हैं। ज्योतिष के अनुसार,शनि महाराज एक ही राशि में करीब 30 दिन तक रहते हैं। ये मकर और कुंभ राशि के स्वामी माने जाते हैं। भगवान शिव ने शनि देव को नवग्रहों में न्यायधीश…

दिनांक 12 सितम्बर 2020 देश, राज्यों से बड़ी खबरें |

दिनांक 12 सितम्बर 2020 देश, राज्यों से बड़ी खबरें | 1 भारत-चीन सीमा विवाद: राजनाथ सिंह ने की उच्चस्तरीय बैठक, NSA अजीत डोभाल ने पीएम मोदी से की मुलाकात. 2 कांग्रेस ने पार्टी कार्य समिति में किया बड़ा फेरबदल, गुलाम नबी आजाद-मोती लाल वोरा समेत कई नेताओं से छिना पद. 3 अरुणाचल प्रदेश से लापता 5 युवकों को आज भारत को सौंपेगी चीनी सेना, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दी जानकारी. 4 आर्य समाज के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का निधन. 5 आज से अपने पुराने समय पर…

आज (12/09/2020) का पंचांग और राशिफल |

दिनांक (12/09/2020), कुंडली के आधार पर जानें आज का दिन कैसा रहेगा? ज्योतिष शास्त्र की 12 राशियाँ: (मेष (मेष), वृषभ (वृषभ), मिथुन (मिथुन), कर्क (कर्क), सिंह (सिंह), कन्या (कन्या), तुला (तुला), वृश्चिक (वृश्चिक), धनु (धनु) ), मकर (मकर), कुंभ (कुंभ) और मीन (मीन))। आज का पंचांग और राशिफल आज का पञ्चाङ्ग दिनाँक -: 12/09/2020,शनिवार दशमी, कृष्ण पक्ष आश्विन “”””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल) तिथि ———-दशमी 28:13:24 तक पक्ष —————————-कृष्ण नक्षत्र ————-आर्द्रा16:23:41 योग ——–व्यतापता 17:33:04 करण ———वणिज 16:22:44 करण ——विष्टि भद्र 28:13:24 वार ————————-शनिवार माह ————————-आश्विन चन्द्र राशि —————— मिथुन सूर्य राशि ———————सिंह रितु…

श्राद्ध कर्म का वैज्ञानिक आधार | डॉ0 विजय शंकर मिश्र

वैदिक परंपरानुसार पुत्र का पुत्रत्व तभी सार्थक होता है, जब वह अपने माता-पिता की सेवा करे व उनके मरणोपरांत उनकी मृत्यु तिथि व महालय (पितृपक्ष) में विधिवत श्राद्ध करे। प्रत्येक मानव पर जन्म से ही तीन ऋण होते हैं – देव, ऋषि व पितृ। श्राद्ध की मूल संकल्पना वैदिक दर्शन के कर्मवाद व पुनर्जन्मवाद पर आधारित है। मनु व याज्ञवल्क्य ऋषियों ने धर्मशास्त्र में नित्य व नैमित्तिक श्राद्धों की अनिवार्यता को रेखांकित करते हुए कहा कि श्राद्ध करने से कर्ता पितृ ऋण से मुक्त हो जाता है तथा पितर संतुष्ट…

जानें शिव प्रतिमा के सामने ही क्यों विराजित होते हैं नंदी | आचार्य डॉ0 विजय शंकर मिश्र

आइए पढ़ते है भगवान शिव के वाहन नंदी से सम्बंधित एक कहानी जिससे हमें पता चलेगा की नंदी क्यों और कैसे महादेव की सवारी बनें? और शिव प्रतिमा के सामने ही क्यों विराजित होते है नंदी ? पौराणिक कथा शिलाद मुनि के ब्रह्मचारी हो जाने के कारण वंश समाप्त होता देख उनके पितरों ने अपनी चिंता उनसे व्यक्त की। मुनि योग और तप आदि में व्यस्त रहने के कारण गृहस्थाश्रम नहीं अपनाना चाहते थे। शिलाद मुनि ने संतान की कामना से इंद्र देव को तप से प्रसन्न कर जन्म और…