आज (17/09/2020) का पंचांग और राशिफल |

दिनांक (17/09/2020), कुंडली के आधार पर जानें आज का दिन कैसा रहेगा? ज्योतिष शास्त्र की 12 राशियाँ: (मेष (मेष), वृषभ (वृषभ), मिथुन (मिथुन), कर्क (कर्क), सिंह (सिंह), कन्या (कन्या), तुला (तुला), वृश्चिक (वृश्चिक), धनु (धनु) ), मकर (मकर), कुंभ (कुंभ) और मीन (मीन))। आज का पंचांग और राशिफल आज का पञ्चाङ्ग. कलियुगाब्द…………………..5122 विक्रम संवत्………………….2077 शक संवत्…………………….1942 मास………………………….आश्विन पक्ष…………………………….कृष्ण तिथी…………………….अमावस्या दोप 04.28 पर्यंत पश्चात प्रतिपदा रवि………………………दक्षिणायन सूर्योदय……..प्रातः 06.14.54 पर सूर्यास्त……..संध्या 06.28.31 पर सूर्य राशि…………………….कन्या चन्द्र राशि……………………..सिंह गुरु राशि………………………..धनु नक्षत्र………………..पूर्वाफाल्गुनी प्रातः 09.43 पर्यंत पश्चात उत्तराफाल्गुनी योग……………………………..शुभ रात्रि 11.43 पर्यंत पश्चात शुक्ल करण……………………………नाग…

अमावस्या का श्राद्ध महत्व 

अमावस्या का श्राद्ध महत्व ब्रह्मांड बाराह राशीओ से बंधा हुवा है । मेष राशि ब्रह्मांड का प्रवेश द्वार है । मीन राशि का द्वार देवलोक ( सूर्यलोक ) की ओर है । कन्या राशि का द्वार पितृलोक ( चंद्रलोक ) की ओर है । जब किसी की मृत्यु हिती है तब जीव कर्मानुसार इनमे से एक द्वार की ओर गति करता है । सद कर्म , सदाचार ओर पैरोकारी जीव अपने पुण्यबल से सूर्यलोक जाता है । बाकी जीव पितृयान ( चन्त्रलोक ) में गति करते है । चंद्र सूक्ष्म…

अध्ययन प्रवास यात्रा के दौरान श्री के.एन. गोविदाचार्य ने किया प्रयागराज के शिक्षकों, छात्रों एवं लोककलाकारों से संवाद

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महासचिव, चिंतक-विचारक एवं भारत स्वाभिमान मंच के संयोजक के.एन. गोविदाचार्य ने देवप्रयाग से गंगासागर तक अध्ययन प्रवास यात्रा में लॉरेल्स इंटरनेशनल स्कूल सारंगापुर में शिक्षकों, छात्रों एवं लोककलाकारों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि सत्ता और संगठन में उनकी रुचि वर्ष 2000 में ही समाप्त हो गई थी। बावजूद इसके यहां की प्रकृति और लोगों के लिए काम करना मैंने जारी रखा। उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत यहां की प्रकृति, पर्यावरण, लोगों के मूल स्वभाव और संसाधन हैं। गैर राजनीतिक तरीके से भी…

दिनांक 17 सितम्बर 2020 देश, राज्यों से बड़ी खबरें |

दिनांक 17 सितम्बर 2020 देश, राज्यों से बड़ी खबरें | 1 पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर बीजेपी मना रही है सेवा दिवस. 2 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 70वां जन्मदिन आज, अमित शाह बोले- राष्ट्रसेवा में समर्पित देश के सर्वप्रिय नेता को बधाई. 3 पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर बीजेपी एक सप्ताह तक ‘सेवा सप्ताह’ कार्यक्रम चला रही है. आज बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली में दिव्यांगों के बीच उपकरण वितरित करेंगे. 4 सुप्रीम कोर्ट से बोली केंद्र सरकार- सांसदों, विधायकों पर दर्ज आपराधिक मामले तेजी से…

जानें सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने से होते हैं ये लाभ |

*उठे लखनु निसि बिगत सुनि अरुनसिखा धुनि कान। गुर तें पहिलेहिं जगतपति जागे रामु सुजान॥ भावार्थ:-रात बीतने पर, मुर्गे का शब्द कानों से सुनकर ब्रह्मुहूर्त में लक्ष्मणजी उठे। जगत के स्वामी सुजान श्री रामचन्द्रजी भी गुरु से पहले ही जाग गए॥ रात्रि के अन्तिम प्रहर का जो तीसरा भाग है, अर्थात सूर्योदय से 72 मिनट पहले के काल को उसको ब्रह्ममुहूर्त कहते हैं। शास्त्रों में यही समय निद्रा त्याग के लिए उचित बताया गया है। मनुस्मृति में आता हैः… ब्राह्मे मुहूर्ते या निद्रा सा पुण्यक्षयकारिणी। प्रातःकाल की निद्रा पुण्यों एवं…

वेदों में प्रतिदिन पृथ्वी से क्षमा माँगने को क्यों कहा गया है |

बहुत काल पहले विद्वानों की एक सभा में शास्त्रार्थ चल रहा था। उसी समय एक प्रश्न उठा कि सृष्टि में वो कौन है जिसकी सहनशीलता अपार है? तब कई विद्वानों ने अलग-अलग तर्क रखे। एक ने कहा कि जल सबसे सहनशील है क्यूंकि उसपर चाहे कितने प्रहार करो वो अंततः शांत हो जाता है। तब दूसरे ने वायु को सहनशील बताया जो जीव मात्र को जीने की शक्ति प्रदान करता है। तीसरे की दृष्टि में अग्नि सर्वाधिक सहनशील थी क्यूंकि वो संसार की समस्त अशुद्धिओं को नष्ट कर देती है।…

दिनांक 16 सितम्बर 2020 देश, राज्यों से बड़ी खबरें |

दिनांक 16 सितम्बर 2020 देश, राज्यों से बड़ी खबरें | 1 भारत में कोरोना के कुल केस 50 लाख के पार, सरकार बोली- रिकवरी के मामले में हम दुनिया में सबसे आगे. 2 दिल्ली में कोरोना वायरस के 4263 नए मामले आए सामने, 36 लोगों की मौत. 3 UP: में कोरोना के 6895 नए मरीज दर्ज, अब तक 4606 लोगों की मौत. 4 महाराष्ट्र : एक दिन में 20482 नए मरीज, 24 घंटे में 515 की मौत. 5 लोकसभा में वेतन कटौती बिल पास, एक साल तक सांसदों को सैलरी…

आज (16/09/2020) का पंचांग और राशिफल |

दिनांक (16/09/2020), कुंडली के आधार पर जानें आज का दिन कैसा रहेगा? ज्योतिष शास्त्र की 12 राशियाँ: (मेष (मेष), वृषभ (वृषभ), मिथुन (मिथुन), कर्क (कर्क), सिंह (सिंह), कन्या (कन्या), तुला (तुला), वृश्चिक (वृश्चिक), धनु (धनु) ), मकर (मकर), कुंभ (कुंभ) और मीन (मीन))। आज का पंचांग और राशिफल आज का पञ्चाङ्ग. दिनाँक -: 16/09/2020,बुधवार चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष आश्विन “””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल) तिथि ——–चतुर्दशी 19:56:10 तक पक्ष —————————-कृष्ण नक्षत्र ————मघा 12:19:37 योग ————-सिद्ध 07:39:24 योग ————-साध्य 27:53:06 करण ——विष्टि भद्र 09:31:26 करण ———शकुनी 19:56:10 वार ————————–बुधवार माह ————————-आश्विन चन्द्र राशि ———————सिंह सूर्य…

जानें भगवान् श्रीराम का वनवास सिर्फ चौदह वर्ष ही क्यों‌ हुआ?

माता कैकयी ने महाराज दशरथ से भरत जी को राजगद्दी और श्री राम को चौदह वर्ष का वनवास माँगा, हो सकता हैं की बहुत से विद्वानों के लिए ये साधारण सा प्रश्न हो ,लेकिन जब भी ये प्रश्न मस्तिष्क में आता हैं संतोषजनक उत्तर प्राप्त करने के लिए मन बेचैन हो जाता हैं। प्रश्न ये हैं की श्री राम को आखिर चौदहवर्ष का ही वनवास क्यों ? क्यों नहीं चौदह से कम या चौदह से ज्यादा ? भगवान् राम ने एक आदर्श पुत्र, भाई, शिष्य, पति,मित्र और गुरु बन कर…

पुनर्जन्म के बाद भी व्यक्ति को श्राद्ध क्यों किया जाता है?

यह बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न है। हिन्दू धर्म के अनुसार कर्मों की गति के अनुसार व्यक्ति को दूसरी योनि मिलती है। यदि किसी को नहीं मिली है तो फिर वह प्रेत योनि में चला जाता है या यदि अच्‍छे कर्म किए हैं तो पितृलोक या देवलोक में कुछ काल रहने के बाद पुन: मनुष्य योनि में आता है। निश्‍चित ही है कि जिन्हें प्रेत योनि मिली है और जो पितृलोक चले गए हैं उनके लिए भी श्राद्ध कर्म किया जाता है, लेकिन जिन्होंने दूसरा जन्म ले लिया है क्या उन्हें भी…