औरंगजेब पर बयान के बाद सपा नेता अबू आजमी महाराष्ट्र विधानसभा सत्र से निलंबित
मंत्री चंद्रकांत पाटिल के प्रस्ताव पर कार्रवाई, अबू आजमी ने दी सफाई और मांगी माफी
समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आसिम आजमी को महाराष्ट्र विधानसभा के मौजूदा सत्र से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई औरंगजेब पर दिए गए विवादित बयान के बाद की गई।
कैसे हुआ अबू आजमी का निलंबन?
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने विधानसभा में अबू आजमी के निलंबन का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने स्वीकार कर लिया।
➡️ भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए पूजनीय हैं, और उनका अपमान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सिर्फ सत्र के लिए निलंबन पर्याप्त नहीं है, बल्कि उन्हें विधायकी से भी हटाया जाना चाहिए।”
हालांकि, मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार किसी भी विधायक को एक सत्र से अधिक के लिए निलंबित नहीं किया जा सकता।
अबू आजमी ने दी सफाई – “मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया”
अबू आजमी ने निलंबन के बाद कहा कि उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज या संभाजी महाराज के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा।
“मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। औरंगजेब के बारे में मैंने वही कहा है, जो इतिहासकारों और लेखकों ने लिखा है। मैं छत्रपति शिवाजी महाराज या किसी भी महापुरुष का अपमान करने की कल्पना भी नहीं कर सकता।”
➡️ विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने बिना शर्त माफी मांगते हुए कहा,
“अगर मेरे बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं और अपना बयान वापस लेता हूं।”
अबू आजमी के खिलाफ मामला दर्ज
➡️ अबू आजमी के औरंगजेब पर दिए गए बयान को लेकर महाराष्ट्र के ठाणे में मामला दर्ज किया गया है।
➡️ उन्होंने अपने बयान में कहा था,
“मैं 17वीं सदी के मुगल बादशाह औरंगजेब को क्रूर, अत्याचारी या असहिष्णु शासक नहीं मानता। मौजूदा दौर में फिल्मों के माध्यम से उनकी विकृत छवि पेश की जा रही है।”
📌 महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र 26 मार्च को समाप्त हो रहा है, और अबू आजमी को इस सत्र के शेष दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें: 👇