कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक ओर उन पर पार्टी में कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है, तो दूसरी ओर गुरुवार को उनको सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा, जहां उन्हें 33 साल पुराने रोड रेज केस में एक साल सश्रम यानी कठोर कारावास की सजा सुनाई गई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी मिलते ही पंजाब पुलिस सिद्धू को अपनी कस्टडी में ले लेगी।
27 दिसंबर 1988 को क्या हुआ था
जानकारी के मुताबिक ये घटना 27 दिसंबर 1988 के शाम की है। उस दौरान सिद्धू क्रिकेटर हुआ करते थे और वो अपने दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट में गए थे। वहां पर पार्किंग में उनकी एक 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से कहासुनी हो गई। इस दौरान सिद्धू ने उन्हें घुटने से मारकर गिरा दिया। आनन-फानन में उनको अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई।
फिर से सुप्रीम कोर्ट गए पीड़ित के परिजन
इस फैसले के बाद फिर से मृतक के परिजनों ने रिव्यू पिटीशन दाखिल की थी। जिस पर सितंबर 2018 में कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गया। इसके बाद मार्च 2022 में इस केस में फैसला सुरक्षित रखा गया था, जो गुरुवार को सुनाया गया।