दिनांक (12/11/2020), कुंडली के आधार पर जानें आज का दिन कैसा रहेगा?
ज्योतिष शास्त्र की 12 राशियाँ: (मेष (मेष), वृषभ (वृषभ), मिथुन (मिथुन), कर्क (कर्क), सिंह (सिंह), कन्या (कन्या), तुला (तुला), वृश्चिक (वृश्चिक), धनु (धनु) ), मकर (मकर), कुंभ (कुंभ) और मीन (मीन))।
आज का पंचांग और राशिफल
आज का पंचांग
दिनाँक -: 12/11/2020, गुरुवार
द्वादशी, कृष्ण पक्ष
आश्विन
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि ———द्वादशी 21:29:35 तक
पक्ष —————————कृष्ण
नक्षत्र ————हस्त 25:53:41
योग ———विश्कुम्भ 15:43:22
करण ———कौलव 11:08:07
करण ———–तैतुल 21:29:35
वार ————————-गुरूवार
माह ————————-कार्तिक
चन्द्र राशि ——————– कन्या
सूर्य राशि ———————-तुला
रितु —————————–शरद
आयन ——————-दक्षिणायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2076
शाका संवत —————-1942
वृन्दावन
सूर्योदय —————-06:39:09
सूर्यास्त —————–17:27:17
दिन काल ————-10:48:07
रात्री काल ————-13:12:37
चंद्रास्त —————-15:39:49
चंद्रोदय —————–28:12:34
लग्न —- तुला 25°58′ , 205°58′
सूर्य नक्षत्र —————विशाखा
चन्द्र नक्षत्र ———————हस्त
नक्षत्र पाया ——————–रजत
🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
पू —-हस्त 09:48:56
ष —-हस्त 15:11:55
ण —-हस्त 20:33:27
ठ —-हस्त 25:53:41
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
सूर्य=तुला 25°52 ‘विशाखा , 2 तू
चन्द्र = कन्या 26°23 ‘ हस्त ‘ 1 पू
बुध = तुला 07°07 ‘ स्वाति’ 1 रू
शुक्र= कन्या 24°55, चित्रा ‘ 1 पे
मंगल=(व)मीन 21°30’ रेवती ‘ 2 दो
गुरु=धनु 28°22 ‘ उ oषा o , 1 भे
शनि=मकर 02°43’ उ oषा o ‘ 2 भो
राहू=(व)वृषभ 27°30 ‘मृगशिरा , 2 वो
केतु=(व)वृश्चिक 27°30 ज्येष्ठा , 4 यू
🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩
राहू काल 13:24 – 14:45 अशुभ
यम घंटा 06:39 – 08:00 अशुभ
गुली काल 09:21 – 10:42 अशुभ
अभिजित 11:42 -12:25 शुभ
दूर मुहूर्त 10:15 – 10:58 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:34 – 15:18 अशुभ
💮चोघडिया, दिन
शुभ 06:39 – 08:00 शुभ
रोग 08:00 – 09:21 अशुभ
उद्वेग 09:21 – 10:42 अशुभ
चर 10:42 – 12:03 शुभ
लाभ 12:03 – 13:24 शुभ
अमृत 13:24 – 14:45 शुभ
काल 14:45 – 16:06 अशुभ
शुभ 16:06 – 17:27 शुभ
🚩चोघडिया, रात
अमृत 17:27 – 19:06 शुभ
चर 19:06 – 20:45 शुभ
रोग 20:45 – 22:25 अशुभ
काल 22:25 – 24:04* अशुभ
लाभ 24:04* – 25:43* शुभ
उद्वेग 25:43* – 27:22* अशुभ
शुभ 27:22* – 29:01* शुभ
अमृत 29:01* – 30:40* शुभ
💮होरा, दिन
बृहस्पति 06:39 – 07:33
मंगल 07:33 – 08:27
सूर्य 08:27 – 09:21
शुक्र 09:21 – 10:15
बुध 10:15 – 11:09
चन्द्र 11:09 – 12:03
शनि 12:03 – 12:57
बृहस्पति 12:57 – 13:51
मंगल 13:51 – 14:45
सूर्य 14:45 – 15:39
शुक्र 15:39 – 16:33
बुध 16:33 – 17:27
🚩होरा, रात
चन्द्र 17:27 – 18:33
शनि 18:33 – 19:39
बृहस्पति 19:39 – 20:45
मंगल 20:45 – 21:52
सूर्य 21:52 – 22:58
शुक्र 22:58 – 24:04
बुध 24:04* – 25:10
चन्द्र 25:10* – 26:16
शनि 26:16* – 27:22
बृहस्पति 27:22* – 28:28
मंगल 28:28* – 29:34
सूर्य 29:34* – 30:40
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान———————दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 12 + 5 + 1 = 33 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
💮 शिव वास एवं फल -:
27 + 27 + 5 = 59 ÷ 7 = 3 शेष
वृषभारूढ़ = शुभ कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮
- रमा एकदशी व्रत (निम्बार्क)
-
माधवभट्टाचार्य पाटोत्सव
-
गोवत्स द्वादशी
-
यम दीपदान
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
अन्नहीना दहेद्राष्ट्रं मंत्रहीनश्च रिषीत्विजः ।
यजमानं दानहीनो नास्ति यज्ञसमो रिपुः ।।
।।चा o नी o।।
उस यज्ञ के समान कोई शत्रु नहीं जिसके उपरांत लोगो को बड़े पैमाने पर भोजन ना कराया जाए. ऐसा यज्ञ राज्यों को ख़तम कर देता है. यदि पुरोहित यज्ञ में ठीक से उच्चारण ना करे तो यज्ञ उसे ख़तम कर देता है. और यदि यजमान लोगो को दान एवं भेटवस्तू ना दे तो वह भी यज्ञ द्वारा ख़तम हो जाता है.
🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩
गीता -: आत्मसंयमयोग अo-06
ज्ञानविज्ञानतृप्तात्मा कूटस्थो विजितेन्द्रियः ।,
युक्त इत्युच्यते योगी समलोष्टाश्मकांचनः ॥,
जिसका अन्तःकरण ज्ञान-विज्ञान से तृप्त है, जिसकी स्थिति विकाररहित है, जिसकी इन्द्रियाँ भलीभाँति जीती हुई हैं और जिसके लिए मिट्टी, पत्थर और सुवर्ण समान हैं, वह योगी युक्त अर्थात भगवत्प्राप्त है, ऐसे कहा जाता है॥,8॥,
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह से ओत-प्रोत रहेंगे। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। चोट-रोग व चोरी-विवाद से बचें। यात्रा लंबी तथा मनोरंजक रह सकती है।
🐂वृष
जल्दबाजी से चोट लग सकती है। कुसंगति से बचें। कोई अप्रत्याशित खर्च सामने आएगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। असमंजस की स्थिति बनेगी। लेन-देन में जल्दबाजी व लापरवाही न करें। भावनाओं को वश में रखें। मन की बात किसी को न बतलाएं। प्रतिष्ठा में कमी हो सकती है।
👫मिथुन
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।
🦀कर्क
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकते हैं। बेवजह तनाव रह सकता है। सिर में चोट लग सकती है। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय बढ़ेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कोई बड़ा काम करने तथा यात्रा पर जाने का मन बनेगा। आय बनी रहेगी।
🐅सिंह
सुख के साधन जुटेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्रों का साथ मिलेगा। प्रयास सफल रहेंगे। किसी विवाद में विजय मिल सकती है। सामाजिक काम करने का मन बनेगा। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। कारोबारी कामकाज चलते रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
🙍♀️कन्या
शारीरिक कष्ट संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। संतान संबंधी बुरी सूचना प्राप्त हो सकती है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। सृजनशीलता का विकास होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यापार-व्यवसाय सुखद रहेगा। जल्दबाजी न करें।
⚖️तुला
किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। बातचीत में संयम रखें। शत्रुता में कमी रहेगी। स्थायी संपत्ति की खरीदी-बिक्री की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। पार्टनरों तथा मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं।
🦂वृश्चिक
शत्रु पीठ पीछे षड्यंत्र रच सकते हैं। प्रियजनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराने रोग को नजरअंदाज न करें। व्यय होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।
🏹धनु
परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य संबंधी चिंता रहेगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। शत्रुभय रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा।
🐊मकर
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। अनहोनी की आशंका निर्मूल नहीं हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों के मामलों में हाथ न डालें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से क्लेश होगा। आय होगी। जोखिम न उठाएं।
🍯कुंभ
विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। किसी धार्मिक स्थल के दर्शन का कार्यक्रम बन सकता है। मित्रों से भेंट होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जीवनसाथी की चिंता रहेगी। घर में सुख-शांति बनी रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी।
🐟मीन
ऐश्वर्यादि पर खर्च होगा। यश बढ़ेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नए काम मिल सकते हैं। आर्थिक वृद्धि के लिए योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। थकान व कमजोरी रह सकती है। विरोधी सक्रिय रहेंगे।