पोखरण में संपन्न हुए लास्ट ट्रायल के साथ ही स्वदेशी एंटी टैंक मिसाइल ‘नाग’ इस्तेमाल के लिए पूरी तरह से तैयार है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि थर्ड जेनरेशन के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) नाग का अंतिम परीक्षण गुरुवार को सुबह 06:45 बजे पोखरण रेंज से किया गया।
मिसाइल को वास्तविक वारहेड के साथ एकीकृत किया गया था और एक टैंक लक्ष्य को निर्दिष्ट सीमा पर रखा गया था। यह नाग मिसाइल कैरियर NAMICA से लॉन्च किया गया । यंत्रीकृत बलों की क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना के पैदल सेना के वाहनों पर नाग मिसाइल को फिट किया जा सकता है। डीआरडीओ के एक बयान में कहा गया है कि परिक्षण में मिसाइल ने लक्ष्य को सटीक तरीके से मार गिराया।
Final user trial of 3rd generation Anti Tank Guided Missile (ATGM) NAG was carried out today on 22 Oct 2020 at 0645 hrs from Pokhran range. The missile was integrated with the actual warhead and a tank target was kept at designated range. pic.twitter.com/GZ4oJWyNWs
— DRDO (@DRDO_India) October 22, 2020
अंतिम उपयोगकर्ता परीक्षण के साथ, नाग उत्पादन चरण में प्रवेश करेगा। मिसाइल का उत्पादन रक्षा PSU भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा किया जाएगा, जबकि ऑर्डिनेंस फैक्ट्री मेडक NAMICA का उत्पादन करेगी।