दिनांक (21/10/2020), कुंडली के आधार पर जानें आज का दिन कैसा रहेगा?
ज्योतिष शास्त्र की 12 राशियाँ: (मेष (मेष), वृषभ (वृषभ), मिथुन (मिथुन), कर्क (कर्क), सिंह (सिंह), कन्या (कन्या), तुला (तुला), वृश्चिक (वृश्चिक), धनु (धनु) ), मकर (मकर), कुंभ (कुंभ) और मीन (मीन))।
आज का पंचांग और राशिफल
आज का पंचांग
दिनाँक-:21/10/2020, बुधवार
पंचमी, शुक्ल पक्ष
आश्विन
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि ———-पंचमी 09:06:59 तक
पक्ष —————————शुक्ल
नक्षत्र ————-मूल 25:12:17
योग ————शोभन 06:47:43
योग ———अतिगंड 28:23:03
करण ———-बालव 09:06:58
करण ———कौलव 20:17:26
वार ————————-बुधवार
माह ———————— आश्विन
चन्द्र राशि ——————— धनु
सूर्य राशि ——————– तुला
रितु —————————शरद
आयन —————– दक्षिणायण
संवत्सर ——————— शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2076
शाका संवत —————-1942
वृन्दावन
सूर्योदय —————–06:24:00
सूर्यास्त —————–17:43:04
दिन काल ————-11:19:03
रात्री काल ————-12:41:32
चंद्रोदय —————-11:10:13
चंद्रास्त —————–21:45:50
लग्न —- तुला 3°57′ , 183°57′
सूर्य नक्षत्र ——————-चित्रा
चन्द्र नक्षत्र ———————-मूल
नक्षत्र पाया ———————ताम्र
🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
ये —-मूल 07:52:21
यो —-मूल 13:36:16
भा —-मूल 19:22:53
भी —-मूल 25:12:17
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
सूर्य=तुला03°52 ‘ चित्रा , 4 री
चन्द्र =धनु 02°23 ‘ मूल ‘ 1 ये
बुध = (व)तुला 14°57 ‘ स्वाति ‘ 3 रो
शुक्र= सिंह 27°55,उ oफाo ‘ 1 टे
मंगल=(व)मीन 24°30’ रेवती ‘ 3 च
गुरु=धनु 24°22 ‘ पू oषा o , 4 ढा
शनि=मकर 01°43’ उ oषा o ‘ 2 भो
राहू=(व)वृषभ 28°30 ‘मृगशिरा , 2 वो
केतु=(व)वृश्चिक 28°30 ज्येष्ठा , 4 यू
🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩
राहू काल 12:04 – 13:28 अशुभ
यम घंटा 07:49 – 09:14 अशुभ
गुली काल 10:39 – 12:04 अशुभ
अभिजित 11:41 -12:26 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:41 – 12:26 अशुभ
🚩गंड मूल 06:24 – 25:12* अशुभ
💮चोघडिया, दिन
लाभ 06:24 – 07:49 शुभ
अमृत 07:49 – 09:14 शुभ
काल 09:14 – 10:39 अशुभ
शुभ 10:39 – 12:04 शुभ
रोग 12:04 – 13:28 अशुभ
उद्वेग 13:28 – 14:53 अशुभ
चर 14:53 – 16:18 शुभ
लाभ 16:18 – 17:43 शुभ
🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 17:43 – 19:18 अशुभ
शुभ 19:18 – 20:53 शुभ
अमृत 20:53 – 22:29 शुभ
चर 22:29 – 24:04* शुभ
रोग 24:04* – 25:39* अशुभ
काल 25:39* – 27:14* अशुभ
लाभ 27:14* – 28:49* शुभ
उद्वेग 28:49* – 30:25* अशुभ
💮होरा, दिन
बुध 06:24 – 07:21
चन्द्र 07:21 – 08:17
शनि 08:17 – 09:14
बृहस्पति 09:14 – 10:10
मंगल 10:10 – 11:07
सूर्य 11:07 – 12:04
शुक्र 12:04 – 13:00
बुध 13:00 – 13:57
चन्द्र 13:57 – 14:53
शनि 14:53 – 15:50
बृहस्पति 15:50 – 16:46
मंगल 16:46 – 17:43
🚩होरा, रात
सूर्य 17:43 – 18:47
शुक्र 18:47 – 19:50
बुध 19:50 – 20:53
चन्द्र 20:53 – 21:57
शनि 21:57 – 23:00
बृहस्पति 23:00 – 24:04
मंगल 24:04* – 25:07
सूर्य 25:07* – 26:11
शुक्र 26:11* – 27:14
बुध 27:14* – 28:18
चन्द्र 28:18* – 29:21
शनि 29:21* – 30:25
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
5 + 4 + 1 = 10 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
💮 शिव वास एवं फल -:
5 + 5 + 5 = 15 ÷ 7 = 1 शेष
कैलाश वास = शुभ कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮
- नवरात्रि पंचम दिवस (स्कन्ध माता) पूजन
-
सरस्वती पूजन
-
ललिता पंचमी
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
वाचा शौचं च मनसः शौचमिन्द्रियनिग्रहः ।
सर्वभूते दया शौचमेतच्छौचं परार्थिनाम् ।।
।।चा o नी o।।
यदि आप दिव्यता चाहते है तो आपके वाचा, मन और इन्द्रियों में शुद्धता होनी चाहिए. उसी प्रकार आपके ह्रदय में करुणा होनी चाहिए.
🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩
गीता -: ज्ञानविज्ञानयोग अo-07
चतुर्विधा भजन्ते मां जनाः सुकृतिनोऽर्जुन ।,
आर्तो जिज्ञासुरर्थार्थी ज्ञानी च भरतर्षभ ॥,
हे भरतवंशियों में श्रेष्ठ अर्जुन! उत्तम कर्म करने वाले अर्थार्थी (सांसारिक पदार्थों के लिए भजने वाला), आर्त (संकटनिवारण के लिए भजने वाला) जिज्ञासु (मेरे को यथार्थ रूप से जानने की इच्छा से भजने वाला) और ज्ञानी- ऐसे चार प्रकार के भक्तजन मुझको भजते हैं॥,16॥,
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। निवेश शुभ रहेगा। भाग्य का साथ रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विवाद से दूर रहें। कुसंगति से बचें।
🐂वृष
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति विशेष से अनबन हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। समय का अपव्यय होगा। दूर से दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से क्लेश होगा। काम में मन नहीं लगेगा।
👫मिथुन
शत्रु शांत रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। घर में प्रतिष्ठित अतिथियों का आगमन हो सकता है। व्यय होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय बनी रहेगी। दुष्टजनों से दूर रहें। चिंता तथा तनाव रहेंगे।
🦀कर्क
किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। ऐश्वर्य पर खर्च होगा। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें।
🐅सिंह
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। शुभ समाचार मिल सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। चिंता रहेगी। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी।
🙍♀️कन्या
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। कारोबारी नए अनुबंध हो सकते हैं, प्रयास करें। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। प्रमाद न करें। आराम का समय मिलेगा। आशंका-कुशंका रहेगी।
⚖️तुला
विवेक से कार्य करें। समस्या दूर होगी। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति मनोनुकूल बनेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कारोबारी लाभ में वृद्धि होगी। नौकरी में शांति रहेगी। सहकर्मियों का साथ मिलेगा। धनार्जन होगा। कष्ट, भय व चिंता का वातावरण बन सकता है।
🦂वृश्चिक
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक शिथिलता रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। किसी अपने का व्यवहार प्रतिकूल रहेगा। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। नौकरी में अपेक्षानुरूप कार्य न होने से अधिकारी की नाराजी झेलना पड़ेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें।
🏹धनु
यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी। राजभय रहेगा। जल्दबाजी व विवाद करने से बचें। थकान महसूस होगी। किसी के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। कोर्ट व कचहरी के काम अनुकूल रहेंगे। धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी।
🐊मकर
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि नीचा देखना पड़े। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धनार्जन होगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे।
🍯कुंभ
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार प्राप्ति सहज ही होगी। व्यावसायिक यात्रा से लाभ होगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। निवेशादि शुभ रहेंगे। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। किसी बड़ी समस्या का हल प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें।
🐟मीन
किसी मांगलिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड में सोच-समझकर हाथ डालें। जल्दबाजी न करें। समय अनुकूल है। यात्रा मनोरंजक रहेगी।