भारत ने मिसाइल के क्षेत्र में एक और कामयाबी हासिल कर ली है। अपनी सैन्य बल और अधिक शक्ति प्रदान करते हुए prithvi-2 का सफल परीक्षण किया है। ओडिशा के बालासोर के तट पर 250 किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता वाली पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO- Defence Research and Development Organization) द्वारा विकसित पृथ्वी मिसाइल, पहले से ही सामरिक बल कमान (Strategic Forces Command) का हिस्सा है।
भारतीय वायु सेना (IAF) के एक Su-30 MKI लड़ाकू विमान से नई पीढ़ी के एंटी-रेडिएशन मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण करने के एक हफ्ते बाद ये मिसाइल परीक्षण किया जाता है, जो बड़े स्टैंड-ऑफ रेंज से दुश्मन के रडार, वायु रक्षा प्रणाली और संचार नेटवर्क की एक बहुत बड़ी कड़ी को नष्ट कर सकता है ।
30 सितंबर को ब्रह्मोस एक्सटेंडेड रेंज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Extended Range Supersonic Cruise Missile) का ओडिशा के तट से परीक्षण किया गया था। BrahMos मिसाइल 400 किमी से अधिक की दूरी पर लक्ष्य को मार सकती है।