भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महासचिव, चिंतक-विचारक एवं भारत स्वाभिमान मंच के संयोजक के.एन. गोविदाचार्य ने देवप्रयाग से गंगासागर तक अध्ययन प्रवास यात्रा में लॉरेल्स इंटरनेशनल स्कूल सारंगापुर में शिक्षकों, छात्रों एवं लोककलाकारों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि सत्ता और संगठन में उनकी रुचि वर्ष 2000 में ही समाप्त हो गई थी। बावजूद इसके यहां की प्रकृति और लोगों के लिए काम करना मैंने जारी रखा। उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत यहां की प्रकृति, पर्यावरण, लोगों के मूल स्वभाव और संसाधन हैं। गैर राजनीतिक तरीके से भी समाज के सामर्थ्य से देश खड़ा हो सकता है। मैं ऐसा विश्वास करता हूं और अपने इसी विश्वास का अनुसरण करूंगा।
उन्होंने कहा कि नौ सितंबर को मेरे अवकाश के 20 साल पूरे हो गए। इन 20 सालों में मैंने तीन कार्य किए हैं। पहला-अवलोकन, दूसरा विमर्श व तीसरा क्रियान्वयन। कार्यक्रम के संयोजक कवि एवं लेखक शरद कुमार मिश्र ने के.एन. गोविंदाचार्य को अंगवस्त्रम एवं श्रीरामचरित मानस की प्रति देकर स्वागत किया।
संवाद में बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के अध्यापक, इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं श्री श्री विश्वविद्यालय के छात्रों संहित लोक कलाकार एवं ऑनलाइन लॉरेल्स इंटरनेशनल स्कूल के छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर आनन्द योगालय द्वारा योग आसन नृत्य की प्रस्तुति एवं लोक गायिका प्रिया द्विवेदी एवं धीरज पांडेय के लोकगीतों की प्रस्तुति को सभी ने सराहा।
कार्यक्रम का संचालन शरद कुमार मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रशांत त्रिपाठी ने किया।
इस अवसर पर मुंबई से आये शो गुरु फिल्म्स के प्रबंध निदेशक शिव मिश्रा जी की मौजूदगी रही साथ ही दिलीप कुमार, विक्रांत आनंद, हिमांशु त्रिपाठी, ओम प्रकाश मिश्र, अरविंद त्रिवेदी आदि उपस्थित रहे।