अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा इजाजत मिलने के बाद CBI ने मुंबई में जांच शुरू कर दी है। CBI की टीम सबसे पहले रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक चक्रवर्ती और सुशांत के कुक नीरज से पूछताछ करेगी, जिसके लिए शोविक और नीरज दोनों ही CBI के गेस्ट हाउस पहुंच चुके हैं।
CBI की टीम शोविक और नीरज दोनों के बयान दर्ज करेगी। जब 14 जून को सुशांत ने मुंबई में अपने घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी, तो उस वक्त उनका कुक नीरज घर में ही मौजूद था।
वहीं दूसरी ओर CBI की एक टीम बांद्रा थानें भी पहुंच चुकी है। सुशांत सिंह मामले में CBI को काफी तेजी से जांच करने का भी दवाब होगा, क्योंकि गुरुवार को जिस तरह से एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने CBI को लेकर कटाक्ष किया, उससे ये मामला CBI के लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी बन गया हैा CBI की तीन टीमें इस केस की जांच में जुटी हुई हैं।
खबरों की माने तो कुल 16 सदस्यीय टीम इस केस की जांच कर रही है। CBI की एसआईटी टीम बांद्रा के डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे से मिलने पहुंची। CBI की टीम मुंबई पुलिस से इस मामले के फॉरेंसिक सबूत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सभी के दर्ज बयान से संबंधित डॉक्यूमेंट अपने पास लेगी।
बिहार पुलिस एसोसिएशन अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने मुंबई पुलिस के सहयोग पर सवाल उठाते हुए कहा है कि “CBI से पहले मुंबई पुलिस द्वारा सुशांत के घर में जाना एक बड़ा प्रश्न है। मुंबई पुलिस और कुछ राजनेताओं की भूमिका सुशांत सिंह को न्याय दिलाने की नहीं थी। मुंबई पुलिस को CBI का सहयोग करना चाहिए।”
तो वही सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि “मुझे समझ नहीं आता रिया किस हैसियत से मॉर्च्यूरी में गई। आठ जून को उनका लिविंग रिलेशनशिप भी खत्म हो गया था। उसके बाद सुशांत की जिंदगी में उनका कोई स्टेटस नहीं था। अगर वो गई हैं तो गैर कानूनी तरीके से गई।”
वकील विकास सिंह ने कहा कि “अगर मुंबई पुलिस ने रिया को इसकी इजाज़त दी तो मुंबई पुलिस को जवाब देना होगा कि किस हैसियत से उन्होंने रिया को इजाज़त दी।”
कुछ मीडिया से मिले खबरों की मानें तो रिया चक्रवर्ती से पूछताछ में शामिल कुछ पुलिसवालों से भी CBI पूछताछ कर सकती है।
CBI की टीम मुंबई के कूपर हास्पिटल भी जा सकती है और 5 डाक्टरों से भी पूछताछ कर सकती है, जिन्होंने सुशांत का पोस्टमार्टम किया था.M। साथ ही CBI सुशांत से जुड़े खातों की जांच के लिए बैकों में भी जा सकती है और बैंक के अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है।