बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद कहा कि “मैं बहुत खुश हूं। ये अन्याय के विरुद्ध न्याय की जीत है। यह 130 करोड़ लोगों की भावनाओं की जीत है। इस फैसले से सुप्रीम कोर्ट के लिए और भी सम्मान बढ़ेगा। अब लोगों को उम्मीद जगी है कि सुशांत सिंह राजपूत केस में निश्चित रूप से न्याय होगा।”
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मुंबई पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि “हम लोगों पर आरोप लगाए जा रहे थे कि आपने क्यों केस किया। हमें अनुसंधान करने नहीं दिया जा रहा था। हमने अपने आईपीएस अफसर को भेजा तो उसे कैदी की तरह रात 12 बजे क्वारंटीन कर दिया गया। उसी से लग रहा था कि कुछ ना कुछ गड़बड़ है। हमने जो भी काम किया वह कानूनी और संवैधानिक रूप से सही किया, सुप्रीम कोर्ट ने इसपर मुहर लगा दी है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे धीरज के साथ इंतजार करें। महाराष्ट्र पुलिस का व्यवहार पूरी तरह से अनैतिक था। इस केस में नतीजा जरूर आएगा, क्योंकि यह गुप्तेश्वर पांडेय या किसी एक परिवार की लडाई नहीं है, यह पूरे 130 करोड लोगों की लड़ाई है।”
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डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने रिया चक्रवर्ती को भी आडे हाथ लेते हुए कहा कि “कुछ लोगों को बेचैनी ओर छटपटाहट थी कि कहीं उनकी पोल ना खुल जाए, इसलिए उन्होंने इसे प्रभावित करने की कोशिश की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कॉमेंट करने की औकात रिया चक्रवर्ती की नहीं है।”
पत्रकारों के सवाल पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि “मैं रिपीट करता हूं कि रिया चक्रवर्ती की हैसियत नहीं है कि वह सीएम नीतीश कुमार पर कॉमेंट करे। बिहार के सीएम ने जो सपोर्ट किया उसी के चलते सुशांत केस की जांच CBI तक पहुंची है।”