सुशांत सिंह राजपूत केस में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बेटे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के पोते पार्थ पवार ने गृह मंत्री अनिल देशमुख से मिलकर इस केस की सीबीआई जांच की मांग की थी।
पार्थ पवार ने कहा कि “सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सही जांच होनी चाहिए, यह पूरे देश, विशेषकर युवाओं की भावना से जुड़ा है”।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने डिप्टी सीएम अजित पवार के बेटे पार्थ पवार की ओर से सीबीआई जांच की मांग पर कहा कि “पार्थ पवार अपरिपक्व हैं, मैं उनके बयान पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता हूं”।
शरद पवार ने सुशांत आत्महत्या मामले में मुंबई पुलिस की कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि
“मुझे मुंबई पुलिस पर पूरा भरोसा है। मैं मुंबई पुलिस को 50 साल से जानता हूं, जो भी चीजें हो रही हैं और जो भी चर्चाएं की जा रही हैं, वह सही नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है कि किसी ने आत्महत्या कर ली, लेकिन कोई किसानों की खुदकुशी की चर्चा नहीं कर रहा है।
शरद पवार ने कहा कि “इन सब चीजों के बाद भी अगर कोई सुशांत केस की सीबीआई जांच की मांग करता है तो मैं उसका विरोध नहीं करूंगा”।
शरद पवार से पहले एनसीपी नेता माजिद मेमन ने भी सुशांत केस में मीडिया की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर ही कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
माजिद मेमन ने कहा कि “सुशांत अपने जीवनकाल के दौरान उतने प्रसिद्ध नहीं थे, जितने कि अपनी मौत के बाद हो गए। प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति से कहीं ज्यादा मीडिया अब सुशांत को स्पेस दे रहा है”।
माजिद मेनन ने भी मुंबई पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “जब कोई अपराध जांच चरण में होता है, तो गोपनीयता को बनाए रखना पड़ता है। महत्वपूर्ण सबूत एकत्र करने की प्रक्रिया में हर पहलू को सार्वजनिक करना सच्चाई और न्याय के हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है”।