आप भी इस फोटो को देखकर ये अंदाजा नहीं लगा पाए होंगे कि इसमें पिंक रंग की साड़ी में बैठी महिला दरअसल असली नहीं बल्कि एक नकली प्रतिमा है। क्या आप ये मान सकते हैं। जी हां, सही सुना आपने। ये अद्भुत और अद्वितीय लगने वाला किस्सा कर्नाटक का है। यहां कोप्पल के रहने वाले एक उद्योगपति ने गृहप्रवेश समारोह का आयोजन किया। आयोजन में आए मेहमान प्रवेश द्वार पर उस उद्योगपती की पत्नी को सोफे पर बैठे देखकर दंग रह गए। श्रीनिवास गुप्ता की पत्नी माधवी की तीन साल पहले एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। यह माधवी का सपने का घर था और उसका परिवार उसके बिना आगे बढ़ने के बारे में सोच भी नहीं सकता था। इसीलिए इस समारोह में उनकी कमी ना खाले इसीलिए परिवार ने उनकी ये अद्भुत मूर्ति बनवा दी।
एक सिलिकॉन का स्ट्यू इतना जीवंत था कि मेहमान तब अवाक रह गए, जब वे बेंगलुरु से लगभग 353 किलोमीटर दूर कोप्पला जिले में उद्योगपति के नए घर में पहुंचे, और घर की महिला को गुलाबी रेशम की साड़ी में मुस्कुराते हुए देखा।
श्री गुप्ता के अनुसार, प्रतिमा समारोह से ठीक पहले स्थापित की गई थी, ताकि उनकी पत्नी माधवी हमेशा उनके “सपनों के घर” में रह सकें।
श्री गुप्ता ने कहा, “मेरे घर पर मेरी पत्नी का फिर से आना बहुत अच्छा लग रहा है। यह उनका ड्रीम होम था। घर को उनकी इच्छा के अनुसार डिजाइन किया गया था और वह अकेले ही घर के निर्माण की प्रगति की निगरानी कर रही थीं।” उन्होंने कहा, “बेंगलुरु के कलाकार श्रीधर मूर्ति ने प्रतिमा बनाने में एक साल का समय लिया। स्थायित्व के लिए मोम की जगह सिलिकॉन का इस्तेमाल किया गया है।” श्री गुप्ता ने कहा कि मूर्ति को उनके वास्तुकार रंगनानवर की मदद से घर के अंदर बनाया गया था।
श्री गुप्ता ने कहा, “हमारे वास्तुकार ने सुझाव दिया कि मुझे मोम की प्रतिमा के बजाय एक सिलिकॉन प्रतिमा मिल जाए, जैसा कि हम कोप्पल में रहते हैं, जो एक गर्म जगह है, और एक एसी का उपयोग मोम के लिए सही तापमान बनाए रखने के लिए हर समय नहीं किया जा सकता है।”