भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी के साथ मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ ने बीते दिन मॉरिशस के सुप्रीम कोर्ट की नई बिल्डिंग का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत की तरफ से विकास सम्बंधित सहयोग में शर्त नहीं होती। इसके उलट ये परस्पर सम्मान पर पूरी तरह से आधारित होता है।
वहीं मॉरीशस पीएम ने भी प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में हिंदी में अपना वक्तव्य दिया। उन्होने कहा कि मोदी जी हमारा देश, हमारी जनता आपके समर्थन के लिए बहुत ही आभारी है। आपको बता दें कि मॉरीशस के सुप्रीम कोर्ट की नई इमारत का कंस्ट्रक्शन भारतीय अनुदान सहायता से पूरा हुआ है। ये राजधानी पोर्ट लुइस में भारत की मदद से तैयार होने वाली पहली परियोजना होगी।वीडियो कॉन्फ्रेंस से जरिये ही इस इमारत का उद्घाटन किया गया।
इस दौरान पीएम मोदी का कहना था कि विकास को लेकर भारत का कदम हमेशा मानव केंद्रित रहता है। भारत सदैव मानव कल्याण के लिये काम करना चाहता है। पीएम मोदी के मुताबिक इतिहास इस बात का गवाह है कि डेवलपमेंट अलाइन्स के नाम पर अक्सर देशों को निर्भरता वाले गठजोड़ के लिए जबरन मजबूर किया गया। जिससे उपनिवेशवाद और साम्राज्यवादी शासन को बढ़ावा मिला।
पीएम मोदी के मुताबिक भारत का विकास पर आधारित गठजोड़, इस नजरिए का सम्मान, भविष्य, विविधता और निरंतर विकास पर ही टिका हुआ है। इस मौक़े पर मॉरीशस पीएम प्रविंद जगन्नाथ का कहना था कि भारत और मॉरीशस के रिश्तों में ये एक नये आयाम के तौर पर जुड़ा है। इतना ही नहीं, उनका कहना था कि दोनों देशों के रिश्ते बेहतरीन साझा अतीत, संस्कृति और मूल्यों पर ही आधारित है। ऐसे में साफ है कि हमारे संबंध और भी गहरे हुए हैं। पिछले कुछ सालों में ये और भी ज़्यादा मजबूत हुए हैं।