अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच जारी रही है। हाल ही में इस मामले में एक नया मोड़ आया है जिसमें उनके पिता केके सिंह ने सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। केके सिंह ने मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए रिया चक्रवर्ती के खिलाफ कई गंभीर और चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं।
अब इस मामले पर सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे ने एक ट्वीट किया है। उनके ट्वीट को मामले की जांच से जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा-“सत्य की जीत होती है।”
पोस्ट देखे:-
— Ankita lokhande Jain (@anky1912) July 29, 2020
बॉलीवुड में ‘काई पो छे’ से डेब्यू करने से पहले, सुशांत टीवी शो ‘पवित्र रिश्ता’ से दर्शकों के दिलों में जगह बना चुके थे। इस शो में उनकी हीरोइन अंकिता थी। धीरे धीरे उनकी केमिस्ट्री रियल लाइफ में बदल गयी और दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे। दोनों लिव-इन-रिलेशनशिप में रहते थे और जल्द शादी भी करने वाले थे। हालांकि, 2016 में दोनों अलग हो गए। सुशांत की मौत को एक महीना होने के बाद, अभिनेत्री ने उनकी याद में एक दीया जलाया था।
खबरों के अनुसार परिवार ने डेढ़ महीने बाद उन्हें न्याय दिलाने की मुहिम छेड़ दी है। अभिनेता की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने भी आखिरकार अपने भाई की मौत की जांच पर चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सुशांत के मेमोरियल की तस्वीर साझा की और कैप्शन में लिखा-“अगर सच मायने नहीं रखता, तो कभी कुछ नहीं रखेगा। #justiceforsushantsinghrajput”
पोस्ट देखे:-
If truth doesn’t matter, nothing ever will! #JusticeForSushantSinghRajput
— Shweta Singh Kirti (@shwetasinghkirt) July 28, 2020
सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना के राजीवनगर के थाने में ये FIR दर्ज कराई है जिसमें उन्होंने रिया पर सुशांत को प्यार में फंसाकर उनसे पैसे निकालने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। आईपीसी की धारा 340, 342, 380, 406, 420, 306 के तहत FIR दर्ज की गई है। पांच अन्य लोगों के खिलाफ भी शिकायत की गयी है। मुकदमा संख्या 241/20 है। पटना से चार पुलिस वालों की टीम मुंबई पहुंच गई है।
सुशांत के पिता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि “रिया, उसके परिजनों और सहयोगी कर्मचारियों ने षड्यंत्र के तहत मेरे बेटे के साथ धोखाधड़ी और बेईमानी की। उसे काफी समय तक बंधक बनाकर रखा और अपने आर्थिक लाभ के लिए उसपर दबाव डालकर उसका इस्तेमाल किया और अंत में मेरे बेटे को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया।”
सच पस्त हो सकता है परास्त नहीं हो सकता है। जीत हमेशा सच की ही होती है। कुकृत्य को झूठ की चादर से कितना भी ढका जाए
एक दिन सच की तेज़ हवा उसे उड़ा ही देती है। इस तेज़ हवा का इंतज़ार है और वो चलेगी ही चलेगी ।
संजय पुरुषार्थी