राजस्थान की राजनीति में आए दिन ट्विस्ट देखने को मिल रहा है।बीएसपी नेतृत्व ने अपने विधायकों को गहलोत के खिलाफ मतदान करने का निर्देश दिया है। जिसे लेकर व्हिप जारी किया गया है।
आपको बता दें कि राजस्थान में बीएसपी से 6 विधायकों का कांग्रेस में विलय हो गया था। जिनमें विधायक वाजिब अली (नगर भरतपुर), लाखन सिंह मीणा (करोली), संदीप यादव (तिजारा), राजेन्द्र गुढा (उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (नदबई) और दीपचंद खेरिया (किशनगढ़ बास) शामिल हैं। गौरतलब है कि बीते साल के अगस्त महीने में इन विधायकों ने कांग्रेस से अपना हाथ मिला लिया था।
पार्टी की तरफ से जारी किये गये व्हिप के मुताबिक राजस्थान विधानसभा में पार्टी के समस्त विधायकों को कांग्रेस की तरफ से लाए जाने वाले विश्वास मत के उलट वोट करना है। और अगर पार्टी का कोई भी विधायक, निर्देश के खिलाफ वोट करता है तो उन विधायकों के खिलाफ कार्यवाई की जाए। इतना ही नही, उनकी विधानसभा सदस्यता भी समाप्त कर दी जाए।
पिछले साल विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आदेश के मुताबिक बीएसपी विधायकों को कांग्रेस का ही माना जाए। आपको बता दें कि सीपी जोशी के द्वारा पिछले साल 18 सितंबर को पारित किये गये आदेश में घोषणा की गई थी कि 6 विधायकों को कांग्रेस का ही अभिन्न अंग समझा जाएगा। पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव के बाद बीएसपी विधायक सामूहिक तौर पर कांग्रेस में शामिल हुए थे जिससे उनपर कोई कार्रवाई न हो सके। इसके बाद बीएस्पी के समस्त छ विधायकों ने तक़रीबन 4 महीने बाद ही सदन में कांग्रेस विधायक के रूप में शपथ पत्र पेश किया। जिसके चलते सदन में कांग्रेस के विधायकों संख्या 106 पहुंच गई।
वहीं एक बीजेपी विधायक ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर बीएसपी के 6 विधायकों के कांग्रेस में हुए विलय को रद्द करने की मांग की। फिलहाल आज राजस्थान हाईकोर्ट इस याचिका पर सुनवाई होगी।