सोमवार देर रात दिल्ली से सटे गाजियाबाद में बदमाशों की गोली से बुरी तरह जख्मी हुए विक्रम जोशी की बुधवार तड़के मौत हो गई।
विक्रम जोशी पर तब हमला किया गया था जब उन्होंने अपनी भतीजी के उत्पीड़न पर पुलिस शिकायत दर्ज की थी। विक्रम सोमवार रात अपनी बेटियों के साथ कहीं जा रहे थे जब कुछ लोगों ने विक्रम को उनकी बेटियों के सामने गोलियों से भून दिया। घटना के बाद विक्रम जोशी को गाजियाबाद के नेहरू नगर के यशोदा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
डॉक्टरों ने बताया कि घायल विक्रम को वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन बुधवार सुबह उसने आखिरी सांस ली। विक्रम जोशी के सिर पर गोली लगी थी।
गाजियाबाद एसएसपी ने कहा कि मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। थाना प्रभारी, जहां विक्रम जोशी ने शिकायत दर्ज की थी, को निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच शुरू की गई है।
यह घटना सोमवार को हुई जब पत्रकार विक्रम जोशी अपनी बेटियों के साथ घर लौट रहे थे। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, लोगों के एक समूह ने विक्रम जोशी को रोका और उसे मारना शुरू कर दिया। हमलावरों ने जोशी को एक कार की ओर खींच लिया और मौके से भागने से पहले उन्हें गोली मार दी। ये पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। जो सोशल मीडिया में वायरल हो गई है।
गाजियाबाद में देर रात बदमाशों ने पत्रकार विक्रम जोशी को मारी गोली, सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना । pic.twitter.com/4yMYcFTJ5t
— Rakesh Tiwari Advocate 🇮🇳 (@advrakeshtiwari) July 21, 2020
विक्रम जोशी के साथ सड़क पर, उनकी एक बेटी उनके पास गई। वह मदद के लिए चिल्लाई जिसके बाद गंभीर रूप से घायल पत्रकार को अस्पताल ले जाया गया। यूपी पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पत्रकार के परिवार ने आरोप लगाया कि यह हमला एक शिकायत से संबंधित था जो उसने पिछले सप्ताह उन लोगों के एक समूह के ऊपर दर्ज कराया था जो भतीजी के उत्पीड़न के संबंध में की थी।
विक्रम जोशी के भाई अनिकेत जोशी ने कहा कि यूपी के पत्रकार विक्रम ने विजयनगर पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दी थी जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने उनकी भतीजी के साथ दुर्व्यवहार किया था पत्रकार के भाई ने समाचार एजेंसी को बताया कि शिकायत के संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भाई पर उन लोगों ने हमला किया, जिन्होंने पत्रकार की भतीजी के साथ दुष्कर्म किया था।
पत्रकार की मौत के बाद विक्रम के परिजनों ने उनका शव लेने से इंकार कर दिया है और सरकार से पहले इंसाफ की मांग की है।
इस घटना के बाद योगी सरकार पर हमले तेज हो हो गए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके तंज कसा है कि योगी सरकार ने राम राज देने का वादा किया था और दे दिया गुंडाराज।
अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गयी। शोकग्रस्त परिवार को मेरी सांत्वना।
वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 22, 2020
इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार को दस लाख रुपए की आर्थिक मदद देने के साथ साथ उनकी पत्नी को नौकरी देने का आदेश दिया है।