यह तस्वीर जो आप देख रहे है जिसमे छोटे छोटे बच्चे बेसुध जमीन पर पड़े अपने मां और बाप को उठाने का प्रयास कर रहे है गुना (मध्यप्रदेश) कि है…
मामला यह है की राजू ने यह जमीन बटाई पर खेती करने के लिए ली थी जिस पर वो अपनी बीवी सावित्री के साथ मिल कर खेती कर के जैसे तैसे अपने 6 छोटे छोटे बच्चों का पेट पाल रहा था लेकिन अब सरकार इस जमीन पर मॉडल कॉलेज बनवाना चाह रही थी इसके लिए सरकार पूरे तामझाम सहित जे.सी.बी. ले कर आ गयी खेत खाली करवाने… इस पर राजू का केवल इतना अनुरोध था की बड़ी मेहनत से उसने और उसकी बीवी ने मिलकर खेत पर 2 लाख रुपये उधार ले कर फसल बोई है उसे न उजाड़ा जाए जैसे ही फसल कटेगी वो खुद जमीन खाली कर देगा…..
लेकिन सरकार को जरा सी दया नही आई और पूरे खेत पर जेसीबी चलवा कर उसे उजाड़ दिया जिसे देख राजू और सावित्री ने रोकने की भरकस कोशिश करी लेकिन जब पुलिस और प्रशासन ने एक न चलने दी तो दोनों पति पत्नी ने कीटनाशक पी लिया। दोनों को बेसुध देख अफसरों ने तत्काल एम्बुलेंस बुलवाई और अस्पताल भिजवाया जहां दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है…
सवाल यह उठता है कि क्या सरकार का दम केवल गरीब और लाचार लोगो पर ही चलता है ? अगर ये दोनों को कुछ हो गया तो क्या सरकार इन 6 छोटे छोटे बच्चो की जिम्मेदारी उठायेगी ? ऐसे कई दबंग गुंडे है जो सरकार की जमीन कर दबा कर बैठे है, ऐसे कई नेता है जो सरकारी आवास पर कब्जा जमाए बैठे है, लेकिन सरकार को इनके अवैध कब्जे नही दिखते और एक गरीब दलित किसान जिसके ऊपर 6 छोटे बच्चो की जिम्मेदारी हो जिसने केवल कुछ समय की मोहलत मांगी हो उसे और उसकी पत्नी को ना केवल शिवराज के अफसरों ने बेदर्दी से पीटा बल्की खून पसीने से उगाई फसल भी रौंद दी…..माफ करो शिवराज ये कैसा इंसाफ?