बृह्न्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के एक 57 वर्षीय सहायक नगर आयुक्त (वार्ड अधिकारी) जो एक वार्ड में कोविड के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, कोरोना के कारण उनकी मौत हो गई। वे मार्च महीने से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभा रहे थे। उन्हें मुलुंड के फोर्टिस अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
अब तक 100 से ज्यादा बीएमसी कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो चुकी है। 2 हजार से ज्यादा स्टाफ इस बीमारी से संक्रमित हैं। सहायक नगर आयुक्त का नाम अशोक खैरनार था, जो ग्रेटर मुंबई नगर निगम में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात थे। उनका फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा था। परिवार में पत्नी और दो बच्चों के अलावा और भी कई लोग हैं। खैरनार का पूरा परिवार जॉइंट था और इसमें कई लोग एक साथ रहते हैं।
बीएमसी के ईस्ट वार्ड में 24 प्रशासनिक विभाग हैं, जिसमें खैरनार सबसे अहम भूमिका निभा रहे थे। कोरोना संक्रमितों की पहचान और उनके इलाज के लिहाज से यह वार्ड महाराष्ट्र के साथ-साथ देशभर में अपनी खास पहचान बना चुका है। इस वार्ड में कोरोना मरीजों की संख्या बड़ी तेजी से घटी है। इस काम में खैरनार का बहुत बड़ा रोल है, लेकिन फर्ज निभाते हुए उनकी जान चली गई।
आदित्य ठाकरे ने खैरनार की कोरोना से मृत्यु होने के बाद ट्वीट करके उसकी पुष्टि की और उनके द्वारा किये गए कार्यो की प्रशंसा भी की। ट्वीट देखे :
Today we lost @mybmcWardHE AC Ashok Khairnar ji to covid. As I offer my heartfelt condolences to his family, I might as well add that we have lost a covid hero today. He managed his ward with brilliance, the doubling day rate being at 134 and infection rate being lowest at 0.5%
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) July 11, 2020
खैरनार धुले नगर निगम में पड़ने वाले मोहदी के रहने वाले थे। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई-लिखाई मोहदी में हुई थी। खैरनार फरवरी 1988 से मुंबई नगर निगम में कार्यरत थे। जनवरी 2018 से वे असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात थे। जी नॉर्थ विभाग में खैरनार के अच्छे कार्यों को देखते हुए उन्हें पिछले साल जनवरी में ‘ऑफिसर ऑफ द मन्थ’ के सम्मान से नवाजा गया था। बाद में उन्हें निगम में असिस्टेंट कमिश्नर का पद दिया गया था।