सावधान! हवा से भी फैल सकता है कोरोना, वैज्ञानिकों के दावे पर अब डब्ल्यूएचओ ने भी जताई सहमति
पिछले कुछ वक़्त पर नज़र डालें तो डब्ल्यूएचओ की भूमिका चीन के पिछलग्गू के तौर पर नज़र आई है। ऐसे में चीन की तरह ही डब्ल्यूएचओ के भी दावों पर संदेह होने लगा है। इसके पीछे वजह है कि अन्तर्राष्ट्रीय संस्था होने के बावजूद डब्लयूएचओ के कथनों में स्पष्टता और स्थिरता नज़र नही आती। कई ऐसे गम्भीर मामले रहे हैं जिनपर डब्ल्यूएचओ भी यू-टर्न ले चुका है।
दरअसल डब्ल्यूएचओ पहले हवा से कोरोना संक्रमण होने की बात को निराधार बता चुका था लेकिन अब उसने इस गुंजाइश पर अपनी हामी भरी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक इस बात को इंकार नहीं किया जा सकता कि कोरोना का संक्रमण हवा के जरिये भी फैल सकता है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले विश्व के तक़रीबन 32 देशों के 239 साईनटिस्ट ये आशंका जताते हुए एकमत हुए थे कि कोरोना वायरस, हवा के जरिये भी फैल सकता है। उन वैज्ञानिकों के मुताबिक उन्हें इस तथ्य से सम्बंधित साक्ष्य भी मिले हुए हैं। लेकिन तब डब्ल्यूएचओ ने वैज्ञानिकों की इस बात को मानने से इनकार कर दिया था।
आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ की तरफ से इस तथ्य को स्वीकारे जाने के बाद साइन्टिस्ट ने डब्लयूएचओ से इस महामारी को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी करने की अपील की है। उम्मीद की जा रही है कि नई गाइडलाइन्स की मदद से कोरोना के खिलाफ वैश्विक जंग को और भी प्रभावी और मजबूत कर सकेंगे।