महाराष्ट्र राजनीति: क्या एनसीपी ने घोंपा शिवसेना के पीठ में छुरा!
बीजेपी से नाता तोड़ महाराष्ट्र में शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस का साथ चुना। लेकिन इस गठबंधन की सरकार में सहजता नज़र नही आ रही। आए दिन आरोप प्रत्यारोप, शिक़ायतें और ना जाने क्या क्या।
बाहर से सरल दिखने वाले इस गठबंधन के अंदरखाने सब ठीक मालूम नही होता। बावजूद इसके मिलकर सूबे की सरकार चला रहे शिवसेना और एनसीपी के रिश्तों में दरार सी नज़र आने लगी है।
फिलहाल बड़ी खबर ये है कि एनसीपी ने अपनी सहयोगी पार्टी शिवसेना के अहमदनगर जिले की पारनेर नगर परिषद के 5 पार्षदों को अपनी पार्टी में मिला लिया है। सबसे चौंकाने वाली बात तो ये कि सूबे के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार के सामने पार्षदों ने शिवसेना छोड़ एनसीपी का दामन थामा। अब खबरें ये भी हैं कि इस झटके से शिवसेना के नेताओं में भारी नाराजगी है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी मिलकर सूबे की सरकार चला रहे हैं। वहीं कांग्रेस भी सरकार की सहयोगी पार्टी के तौर पर है। लेकिन हैरान करता है कि राज्य सरकार में सहयोगी पार्टी होने के बावजूद सहयोगी पार्टी के पार्षदों का दूसरे सहयोगी के साथ चले जाना।
यहां मतभेद सिर्फ एनसीपी और शिवसेना के बीच नहीं बल्कि काग्रेस पार्टी के भी कई नेता मुख्यमंत्री उद्धव से असहमति ज़ाहिर कर ही चुके हैं। कांग्रेस नेता संजय निरुपम तो ये भी कह चुके हैं कि सीएम उद्धव, कांग्रेसी मंत्रियों से राय मशविरे के बगैर ही फैसला ले लेते हैं।
खबरें ये भी रहीं कि महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस प्रदेश प्रमुख बालासाहेब थोराट भी सीएम से नाराज चल रहे हैं, लेकिन बाद में उनका बयान आया कि ‘सब ठीक है’।