‘व्यभिचारी और पागल Fuckboy थे श्रीकृष्ण”, कहने वाली HT की पत्रकार सृष्टि जसवाल कब होगी गिरफ्तार?
राजनेताओं की तो जुबान पर फिसलते हुए आपने सुना व देखा होगा परंतु एक पत्रकार राजनेताओं की तरह अपनी जुबान चलाने लगे तो समझ सकते हैं कि आपको किस प्रकार के समाचार सुनने, पढ़ने और देखने को मिलेंगे। जी हां हम बात कर रहे हैं ऐसे ही एक पत्रकार की जो भगवान श्री कृष्ण के प्रति आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए एक पोस्ट लिखा है।
हिंदुस्तान मीडिया समूह की पत्रकार सृष्टि जसवाल ने भगवान श्रीकृष्ण का खुलेआम अपमान किया है। उन्होंने श्रीकृष्ण को व्यभिचारी, Fuckboy और फोबिया ग्रसित पागल (उन्मत्त) करार दिया था। HT की सृष्टि जसवाल का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण के बारे में ये सब उन्होंने हिन्दू माइथोलॉजी में पढ़ा है।
भाजपा नेता गौतम अग्रवाल ने पत्रकार पर ठोका मुकदमा, दर्ज हुई एफआईआर
हिंदुस्तान टाइम्स (HT) की पत्रकार सृष्टि जसवाल के खिलाफ भगवान श्रीकृष्ण का अपमान करने के लिए भाजपा नेता गौतम अग्रवाल ने शिकायत दर्ज कराई है। भाजपा नेता गौतम अग्रवाल ने ट्विटर पर सृष्टि के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि HT की पत्रकार ने भगवान श्रीकृष्ण का अपमान कर के हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है, इसीलिए उन्होंने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही उन्होंने सृष्टि जसवाल के ट्विटर प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जहाँ उन्होने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ का लिंक दे रखा है।
क्या गोदी मीडिया ऐसे पत्रकारों पर कोई एक्शन लेगी?
इस मुद्दे पर ट्विटर पर दर्शकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ से पूछा है कि क्या वो सृष्टि जायसवाल की आपत्तिजनक टिप्पणियों को देखते हुए उनके खिलाफ एक्शन लेंगे? गौतम ने और अधिक जनता से अपील करते हुए कहा कि वो इस ट्वीट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें, ताकि सृष्टि की इन अपमानजनक टिप्पणियों के खिलाफ आवाज़ उठे।
सांप्रदायिक द्वेष और मजहबी दुश्मनी को मिलेगा बढ़ावा
अपनी शिकायत में खुद को हिन्दू आईटी सेल का सदस्य बताते हुए गौतम ने लिखा कि सृष्टि जायसवाल HT से जुडी हुई हैं, जिनके लिए तो हजारों लोग पढ़ते हैं इस प्रकार के बयानों से देश-विदेश में लाखों लोगों पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि सृष्टि जायसवाल की के विचार बेहद ‘भड़काऊ और आपत्तिजनक’ हैं । उन्होंने अंदेशा जताया कि ऐसे बयानों को सोशल मीडिया में डालने से सांप्रदायिक द्वेष और मजहबी दुश्मनी को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
Dearfacts मीडिया ग्रुप इस प्रकार के बयानों की कड़ी निंदा करता है और ऐसे पत्रकारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग का समर्थन करता है। पत्रकारों को यह भी सुझाव देता है कि किसी भी मजहब के देवी देवताओं और इस प्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणियां करना उनकी गरिमा के खिलाफ है। अतः पत्रकारों को इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।