अचानक LAC पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों का बढ़ाया हौसला, वास्तविक हालात का लिया जायजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने देश की सुरक्षा को लेकर कितने चिंतित और प्रतिबद्ध है, इस बात की झलक आज फिर 11000 फीट ऊंचाई पर स्थित लेह लद्दाख के नींमू पर लोकेशन आर्मी, एयरफोर्स और आइटीबीपी के जवानों से नियंत्रण रेखा की वास्तविक हालत का जायजा लेने सेना प्रमुख एमएम नरवणे के साथ अचानक पहुंच गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 8.30 बजे अचानक लद्दाख पहुंच गए। गलवान की झड़प के 18 दिन बाद मोदी लद्दाख का दौरा कर रहे हैं। पहले से इसकी जानकारी नहीं थी, लेकिन मोदी के लद्दाख पहुंचने की खबर अचानक आई। सच तो यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बार ऐसा काम करते हैं, जो लोगों को चौंका देता है।
ऐसा ही कुछ काम करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन से लद्दाख में तनाव के बीच लेह पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान सैनिकों से मुलाकात की और सेना की तैयारियों का जायजा भी लिया। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी गलवन घाटी में चीनी सैनिकों को खदेड़ने वाले बहादुर सैनिकों से भी मुलाकात किया।
उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में सेना के साथ न केवल वह बल्कि पूरा देश खड़ा है। पीएम मोदी ने जवानों को यह भी संदेश दिया कि चीन के साथ जारी टकराव लंबा खिंच सकता है और उन्हें लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। प्रधानमंत्री ने चीन को यह भी जता दिया है कि वह ड्रैगन के साथ बातचीत को तैयार हैं लेकिन किसी भी आक्रामक कार्रवाई का करारा जवाब दिया जाएगा।
मोदी की इस यात्रा पर देश विरोधी बयान आया सामने
देश की विपक्षी पार्टी कांग्रेस देश हित के मुद्दों पर भी अलग-थलग पड़ती दिखाई दे रही है। देश के एक अति संवेदनशील मुद्दे पर भी कांग्रेस का रवैया बेहद नकारात्मक है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा है कि जब इंदिरा गांधी लेह गई थीं तो पाकिस्तान के 2 हिस्से हुए थे। अब देखते हैं कि मोदी क्या करते हैं?
रक्षा विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री की इस यात्रा का किया स्वागत
रक्षा मामलों के विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी का कहना है कि लद्दाख जाकर प्रधानमंत्री ने बेहतरीन काम किया। उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी ने लद्दाख के मोर्चे पर जाकर बहुत अच्छा किया। इस यात्रा के जरिए भारत ने चीन को यह संदेश दिया है कि वह चीन को पीछे खदेड़ने के लिए दृढ़ संकल्प है।’ रक्षा मामले के विशेषज्ञ मेजर जनरल जीडी बक्शी ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा से सैनिकों का मनोबल और अधिक बढ़ेगा और वह चीनी सैनिकों को पीछे खदेड़ने में कामयाब होंगे।
अब तक तीन बार सैन्य स्तर की बातचीत रही बेनतीजा
15 जून को दोनों सेनाओं के बीच हुए हिंसक झड़प के बाद भी वार्ता का दौरा जारी है। भारत व चीन के बीच जारी सैन्य तनाव को खत्म करने के लिए अभी तक तीन बार सैन्य स्तर पर और तीन बार कूटनीतिक स्तर की बातचीत हो चुकी है। हालांकि इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका, लेकिन भारत ने साफ संदेश दे दिया है कि गतिरोध कम करने के लिए चीन को एलएसी से अपने सैनिक पीछे हटाना ही पड़ेगा।
राजनाथ का होना था दौरा, पहुंच गए नरेंद्र मोदी
दरअसल, इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज लद्दाख के दौरे पर जाने वाले थे, लेकिन बाद में उनका दौरा टल गया। जिसके बाद सीडीएस रावत अकेले लेह के दौरे पर आने वाले थे, लेकिन पीएम मोदी ने अचानक लेह पहुंचकर सबको चौंका दिया है।