शेखर सुमन और संदीप सिंह पर सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने लगाया आरोप | पढ़ें पूरी ख़बर
सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने आरोप लगाया है कि राजनीति के लिए शेखर सुमन और प्रोड्यूसर संदीप सिंह ‘सुशांत की मौत’ का इस्तेमाल कर रहे हैं।
शेखर सुमन और खुद को सुशांत सिंह का दोस्त बताने वाले प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने पटना में राष्ट्रीय जनता दल के बैनर के साथ तेजस्वी यादव की मौजूदगी में ‘सुशांत सिंह की मौत’ को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
संदीप सिंह, जो खुद को सुशांत का करीबी दोस्त बताते हैं, सुशांत के आत्महत्या के तुरंत बाद बहुत फिल्मी तरीके से दिखाई दिए। और फिर संदीप ने मीडिया को बताया कि “कुछ भी संदिग्ध नहीं है और हम सभी को लगता है कि सब गलत है”।
संदीप ने फिल्म फ्रेटरनिटी को भी सामान्य बताया था और इस तरह उन्होंने सभी को क्लीन चिट दे दी।
उसके बाद अब अचानक संदीप सिंह, तेजस्वी यादव और शेखर सुमन के साथ मिलकर मिडिया के सामने कुछ और विवादास्पद बयान दे रहे है।
संदीप सिंह ने बताया है कि “सुशांत सिंह राजपूत ने एक महीने में 50 सिम कार्ड बदले थे और सुशांत बाॅलीवुड गैंगवाद से परेशान भी थे “।
अब प्रश्न यह उठता है कि जब संदीप ने पहले ही मिडिया में क्लीन चिट दे दी थी, तो शेखर सुमन के साथ मीडिया के सामने फिर से क्यों चले आए ??
क्या संदीप बॉलीवुड के किसी बड़े स्टार्स का बचाव करने की किसी तरह कोशिश कर रहे हैं, संदीप सिंह के ऐसे संदेहास्पद व्यवहार के लिए संदीप से पूछताछ को लेकर काफी लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर मांग की जा रही है।
और वहीँ बात शेखर सुमन की करे तो इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद शेखर सुमन ने राष्ट्रीय जनता दल पार्टी की सदस्यता भी स्वीकार की हैं।
सोचने वाली बात यह है कि कुछ महीनों में बिहार में चुनाव होने वाले हैं। शेखर सुमन इससे पहले कांग्रेस के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं।
तो क्या शेखर सुमन और तेजस्वी यादव द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ‘सुशांत की आत्महत्या’ पर जाँच की बात सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए है??
खबरों की माने तो सुशांत के परिवार को यह बात ठीक नहीं लगी है। परिवार खुद इन सारी चीजों के लिए सक्षम है और पुलिस जांच रिपोर्ट के इंतजार में है।
परिवार में पहले से ही राजनीतिक लोग हैं जो इस मामले को उठाएंगे, बाकि राजनीतिक हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।
क्या ये प्रेस कॉन्फ्रेंस केवल मीडिया का ध्यान खींचने के लिए राजनीतिक स्टंट था??
अब क्या शेखर सुमन राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होने के लिए ‘सुशांत की मौत’ पर राजनीति कर रहे हैं?
जब यह प्रेस कॉन्फ्रेंस पटना में किया गया था तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में परिवार का कोई भी सदस्य क्यों नहीं मौजूद था?? और प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी सुशांत के परिवार वालों को क्यों नहीं दी गई??