भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को जगन्नाथपुरी में आरंभ होती है। यह रथयात्रा पुरी का प्रधान पर्व है। इसमें भाग लेने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचते है। इस रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की प्रतिमाओं को तीन अलग-अलग दिव्य रथों पर नगर भ्रमण कराया जाता है।
रथयात्रा मुख्य मंदिर से शुरू होकर तीन किलोमीटर दूर स्थित गुंडिचा मंदिर पर समाप्त होती है। जहां भगवान जगन्नाथ सात दिन तक विश्राम करते है। आषाढ़ शुक्ल दशमी को रथ यात्रा पुनः मुख्य मंदिर पहुँचती है। आज हम आपको इस रथयात्रा से जुड़ी कुछ रोचक बातें बता रहे हैं, जो इस प्रकार है-
१. भगवान जगन्नाथ के रथ का रंग लाल और पीला होता है और यह अन्य रथों से आकार में भी बड़ा होता है। यह यात्रा में बलभद्र और सुभद्रा के रथ के पीछे होता है।
२. भगवान जगन्नाथ के रथ के कई नाम हैं जैसे- गरुड़ध्वज, कपिध्वज, नंदीघोष आदि। इस रथ के सारथी का नाम दारुक है।
३. भगवान जगन्नाथ के रथ के घोड़ों का नाम शंख, बलाहक, श्वेत एवं हरिदाशव है, इनका रंग सफ़ेद होता है। रथ के रक्षक पक्षीराज गरुड़ है।
४. भगवान जगन्नाथ के रथ पर हनुमानजी और नृसिंह का प्रतीक चिन्ह होता है। यह स्तम्भ रथ की रक्षा का प्रतीक है।
५. रथ की ध्वजा यानि झंडा त्रिलोक्यवाहिनी कहलाता है। रथ को जिस रस्सी से खींचा जाता है, वह शंखचूड़ नाम से जानी जाती है।
६. भगवान जगन्नाथ के रथ में १६ पहिए होते है, ऊंचाई साढ़े १३ मीटर होती है। लगभग ११०० मीटर कपडा रथ को ढंकने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
७. बलराम जी के रथ का नाम तालध्वज है। इनके रथ पर महादेवजी का प्रतीक चिन्ह होता है। रथ के रक्षक वासुदेव और सारथी का नाम मताली है।
८. सुभद्रा के रथ का नाम देवदलन है। इनके रथ पर देवी दुर्गा का प्रतीक होता है। रथ के रक्षक जयदुर्गा व सारथी अर्जुन होते है।
९. भगवान जगन्नाथ के रथ के घोड़ों का रंग सफ़ेद, सुभद्रा के रथ के घोड़ों का रंग भूरा व बलरामजी के रथ के घोड़ों का रंग काला होता है।
१०. भगवान जगन्नाथ के रथ का शिखर लाल-पीला, बलरामजी के रथ का शिखर लाल-हरा व सुभद्राजी के रथ का शिखर लाल-काला रंग का होता है।
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संगीतमय श्री राम कथा श्रीमद् भागवत कथा एवं श्रीमद् प्रेम रामायण महाकाव्य जी की कथा के सरस वक्ता–
प्रेमावतार पंचरसाचार्य श्रीमद् स्वामी श्री राम हर्षण दास जी महाराज श्री के लाडले कृपा प्राप्त–
मणिराम दास
संस्थापक/अध्यक्ष-श्री सिद्धि सदन परमार्थ सेवा संस्थान एवं ज्योतिष परामर्श केंद्र श्री धाम अयोध्या जी
प्रधान कार्यालय-श्री राम हर्षण कुंज झंडा बाबा केरवना सागर मध्य प्रदेश
शाखा-श्री हनुमत शिव शक्ति धाम बदरा गोरखपुर उत्तर प्रदेश
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