बुधवार को भारत 184 देशों के वोटों के आधार पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थाई सदस्य बना। दरअसल किसी भी देश को UNSC का अस्थाई सदस्य बनाने के लिए मात्र 128 वोटों कि जरुरत होती है मगर भारत को 192 में से 184 देशों का वोट मिला है। भारत दो साल के लिए UNSC का अस्थाई सदस्य रहेगा। यह 8वां मौका है जब भारत यूएनएससी का अस्थाई सदस्य बना है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भारत के चुने जाने पर खुशी जताई है। पीएम मोदी ने कहा है कि भारत वैश्विक शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा।
Deeply grateful for the overwhelming support shown by the global community for India’s membership of the @UN Security Council. India will work with all member countries to promote global peace, security, resilience and equity.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2020
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की सदस्यता के लिए वैश्विक समुदाय द्वारा दिखाए गए भारी समर्थन के लिए दिल से आभारी हूं। भारत वैश्विक शांति, सुरक्षा और एकता को बढ़ावा देने के लिए सभी सदस्य देशों के साथ काम करेगा।”
UNSC में भारत के अस्थायी सदस्य बनने के मायने
भारत का UNSC में अस्थायी सदस्य बनने से प्रधानमंत्री मोदी के वैश्विक नेतृत्व पर मुहर लग गई है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत UNSC का 8वीं बार अस्थायी सदस्य चुना गया इसका मतलब है कि सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता पर भी भारत का दावा मजबूत हुआ है। 192 वोटों में से भारत के पक्ष में 184 वोट पड़े यानी भारत कोरोना के बाद की दुनिया की अगुवाई करेगा। 2021-22 तक के लिए UNSC का अस्थाई सदस्य बना है इसके मायने ये हैं कि भारत दुनियाभर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।