बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने इंडस्ट्री को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। काई पो चे से लेकर छिछोरे तक, उनकी ज्यादातर फिल्में हिट रही हैं। पैसों और काम की कमी नहीं होने के बावजूद उनका यूं सुसाइड कर लेना लोगों के गले नहीं उतर रहा है। कहा ये भी जा रहा है कि छिछोरे के बाद सुशांत के पास कई फिल्मों के ऑफर्स थे, लेकिन एकाएक उनके हाथ से ये सारी फिल्में चली गई थीं। सुशांत के काम के मामले को लेकर फिल्म आलोचक सुभाष के झा ने कई खुलासे किए हैं।
उन्होंने बताया कि सुशांत सिंह राजपूत के पास कई फिल्मों के ऑफर्स थे, लेकिन वे खुद ही सबको रिजेक्ट कर रहे थे। फिल्म डायरेक्टर रूमी जाफरी से हुई बातचीत का जिक्र करते उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद सुशांत के साथ उनकी फिल्म की शूटिंग शुरू होने वाली थी। सुभाष झा ने एक और बात का खुलासा किया है।
वे कहते हैं- जब सुशांत ‘पानी’ की तैयारी कर रहे थे और वो नहीं बनी तो उन्हें बाजीराव मस्तानी ऑफर किया गया था। ये बात संजय लीला भंसाली ने मुझे खुद कही थी। लेकिन वो इस फिल्म को नहीं कर पाए। फिर संजय लीला भंसाली ने उन्हें रामलीला और बाद में पद्मावत में भी रोल ऑफर किया था। आज के समय में संजय लीला भंसाली सबसे बड़े डायरेक्टर हैं और उनकी तीन तीन फिल्म को एक्सेप्ट नहीं कर पाए सुशांत। इसके बाद इस बात में कहां तक दम है कि इंडस्ट्री में लोग उन्हें बायकॉट कर रहे थे।
सुशांत, सुभाष झा के साथ लंबे समय से जुड़े हुए थे। लेकिन पिछले एक साल से उनके बीच बातचीत नहीं हो रही थी। सुभाष बताते हैं कि छिछोरे फिल्म के बाद से उन्होंने बातचीत लगभग बंद कर दी थी और ये बात केवल उनके साथ ही नहीं थी। जो भी लोग उनके साथ जुड़े थे वे सबसे कट गए थे और उनके इस बिहेवियर का किसी को समझ में नहीं आ रहा था। लेकिन इससे पहले वो बहुत बात करते थे तरह तरह के प्लान बनाते थे। उनको साइंस में बहुत इंट्रेस्ट था। उनकी इंट्रेस्ट फिल्म से बहुत आगे रहा करती थी।
पिछले एक साल के अंदर उनमें साइकोलॉजिकल कुछ डेवलपमेंट हुई कुछ बातें हुई उनके साथ अंदर ही अंदर, इसके लिए किसी को ब्लेम करना सही नहीं होगा। वो फोन नहीं उठाते थे फोन करते नहीं थे, फोन नंबर बदल लेते थे। मैंने जब ये बदलाव देखा तो पूछता रहा जिन जिन को वो जानते थे उनसे, उन लोगों की भी यही शिकायत थी। वो किसी से मिलना नहीं चाहते थे।