उत्तर प्रदेश में पशुधन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर जालसाजी का केस सामने आया है। 9 करोड़ रुपये के इस फ्रॉड केस में यूपी में तीन पत्रकार गिरफ्तार किए गए हैं। जालसाजों ने इंदौर के एक व्यापारी मनजीत सिंह से 9 करोड़ रुपये पशुधन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर ठग लिए।
पीड़ित व्यापारी ने पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद कई संगीन धाराओं के तहत रविवार 10 बजे मुकदमा दर्ज किया गया। मामले में मंत्रियों के निजी सचिव और अन्य अधिकारियों की भी भूमिका सामने आई है।
एक जालसाज आशीष राय ने व्यापारी को खुद को विभाग का निदेशक एसके मित्तल बताकर पहले उसे फंसाया, फिर यकीन दिलाया कि वही निदेशक है। पूरे मामले में कुल 11 लोगों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
जालसाजों का यह गैंग 2018 से ही सक्रिय है। गैंग ने कई धांधली की हैं। जब व्यापारी को लगा कि अब सारे रास्ते बंद हो गए हैं, तब पुलिस को इस मामले के बारे में व्यापारी ने बताने की सोची।
फर्जीवाड़े के इस खेल में मुंबई कनेक्शन सामने आया है। फर्जीवाड़े के इस खेल में आजमगढ़ का एक कुख्यात बदमाश भी शामिल है। इससे पहले पिछड़ा विभाग, खनन विभाग और बेसिक शिक्षा विभाग के मंत्रियों के निजी सचिव भी भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जा चुके हैं।