दिल्ली में कोरोना वायरस संकट के दौरान आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब राज्य और केंद्र की सरकार एक्टिव मोड में नजर आ रही है. मैराथन बैठकों का दौर चल रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. रविवार को उन्होंने इस मसले पर दो महत्वपूर्ण बैठक कीं और आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. कोरोना से निपटने के लिए दिल्ली और केंद्र सरकार की तरफ से कई फैसले किए गए हैं.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ रविवार को हाई लेवल मीटिंग के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र सरकार के प्लान की जानकारी दी. शाह की तरफ से बताया गया कि दिल्ली में दो दिन के अंदर कोरोना की टेस्टिंग डबल कर दी जाएगी, जबकि 6 दिन में यह दर तीन गुना हो जाएगी. वहीं दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बेड बढ़ाने और नर्सिंग होम को कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल करने का फैसला किया है.
1- दिल्ली में तेजी से कोरोना बढ़ रहा है. इसके मद्देनजर यहां टेस्टिंग बढ़ाने का फैसला किया गया है. अमित शाह ने रविवार को बताया कि दो दिन के अंदर यहां टेस्टिंग डबल हो जाएगी, जबकि 6 दिन के अंदर तीन गुना टेस्टिंग होगी.
2- कोरोना बढ़ने के साथ ही दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. इसके चलते कंटेनमेंट जोन में हर पोलिंग स्टेशन पर टेस्टिंग की व्यवस्था शुरू की जाएगी.
3- कंटेनमेंट जोन में कॉन्टैक्ट मैपिंग के लिए घर-घर जाकर हर व्यक्ति का हेल्थ सर्वे किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में आ जाएगी. हर व्यक्ति के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराया जाएगा.
4- प्राइवेट अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए 60 फीसदी बेड कम रेट में उपलब्ध कराने, कोरोना उपचार व कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है. डॉ. पॉल की अध्यक्षता में बनाई गई ये कमेटी 15 जून तक यानी आज अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
5- केंद्र और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग, AIIMS और दिल्ली के तीनों म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के डॉक्टर्स की एक संयुक्त टीम दिल्ली के सभी कोरोना अस्पतालों में जाकर वहां की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं व कोरोना से लड़ने की तैयारियों का निरीक्षण कर एक रिपोर्ट तैयार करेगी.
6- स्कॉउट गाइड, NCC, NSS और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं को इस महामारी में स्वास्थ्य सेवाओं में वालंटियर के नाते जोड़ने का निर्णय लिया गया है.
7- केंद्र सरकार ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने व इससे मजबूती से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार को भारत सरकार के और पांच वरिष्ठ अधिकारी देने का निर्णय किया है.
8- दिल्ली के छोटे अस्पतालों तक कोरोना की सही जानकारी और दिशा निर्देश देने के लिए केंद्र सरकार ने AIIMS में टेलीफोनिक गाइडेंस के लिए वरिष्ठ डॉक्टर्स की एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया है जिससे नीचे तक सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों का संचार किया जा सके. इसका हेल्पलाइन नंबर आज जारी हो जाएगा.
9- दिल्ली सरकार ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े बाड़ा हिंदूराव अस्पताल को कोरोना अस्पताल घोषित कर दिया है. 980 बेड के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को निर्देश दिया गया है कि 16 जून तक अस्पताल के सभी बेड कोरोना मरीजों के लिए तैयार करा लें.
10- अस्पतालों में बेड की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने 500 रेलवे कोच मुहैया कराने का ऐलान किया है. इन रेलवे कोच से न सिर्फ दिल्ली में 8000 बेड बढ़ेंगे बल्कि यह कोच कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सभी सुविधाओं से लेस होंगे.
11- दिल्ली सरकार ने अगले एक सप्ताह के भीतर 20 हजार नए कोरोना बेड तैयार करने के आदेश दिए हैं. सरकार ने बेड की व्यवस्था के लिए होटल, बैंकेट हॉल और नर्सिंग होम का अधिग्रहण करने का फैसला किया है.
12- दिल्ली के होटलों में 4000 नए बेड कोविड मरीजों के लिए तैयार किए जाएंगे. बैंकेट हॉल में 11,000 नए बेड तैयार किए जाएंगे, वहीं 5,000 बेड नर्सिंग होम्स में तैयार किए जाएंगे.
13-10 से 49 बेड वाले नर्सिंग होम्स को कोविड बेड बनाया जा रहा है, जिनमें करीब 5 हजार बेड बनाए जाएंगे. दिल्ली के कुछ होटल प्राइवेट अस्पतालों के साथ अटैच किए जा चुके हैं, जहां मरीजों का इलाज शुरू हो चुका है.
14- केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को इस महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक संसाधन जैसे ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटिलेटर, पल्स ऑक्सीमीटर और अन्य सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पूरी तरह आश्वस्त किया है.
15- अमित शाह ने बताया कि कोरोना से भारत पूरी मजबूती से लड़ रहा है और इस संक्रमण से अपनी जान गंवाने वाले लोगों के लिए सरकार दुखी भी है और उनके परिजनों के प्रति संवेदनशील भी है. सरकार ने अंतिम संस्कार के लिए नई गाइडलाइंस जारी करने का निर्णय लिया है, जिससे अंतिम संस्कार की प्रतीक्षा अवधि कम से कम हो जाएगी.
गौरतलब है कि दिल्ली में हर दिन औसतन दो हजार से ज्यादा कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. दिल्ली में कोरोना के कुल मामले 41,182 पहुंच गए हैं, जबकि 1327 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इस स्थिति को देखते हुए दोनों सरकारें कई फैसले ले चुकी हैं, जिसके बाद आज सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है. ऐसे में अब देखना होगा कि आगे और क्या प्लान पेश किया जाता है.