देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है. इसी बीच देश को सरहद पर चीन की चुनौती से भी जूझना पड़ रहा है. लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चल रही तनातनी के बीच 13 जून को देहरादून की भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारियों की पासिंग आउट परेड हुई.
कोरोनावायरस की वजह से यह चिंता जाहिर की जा रही थी कि पासिंग आउट परेड होगी या नहीं, लेकिन बाद में सेना ने तय किया कि सावधानी बरतते हुए पासिंग आउट परेड कराई जाए। सादगी के साथ आयोजित पासिंग आउट परेड में नए अधिकारियों के परिजन शामिल नहीं हो पाए. देश-विदेश विदेश से कुल 423 जैंटलमैन कैडेट युवा सैन्य अधिकारी भारतीय सेना से ट्रेनिंग परेड पास आउट हुए जिसमें देश के 333 भावी सैन्य अफसर आज देश सेवा में समर्पित हुए।
इसके अलावा 90 विदेशी कैडेट्स भी अपने देश की सेना में शामिल हुए। इनमें 90 युवा सैन्य अधिकारी नौ मित्र देशों अफगानिस्तान, तजाकिस्तान, भूटान, मॉरीशस, मालद्वीव, फिजी, पपुआ न्यू गिनी, श्रीलंका व वियतनाम की सेना का अभिन्न अंग बने। कड़े प्रशिक्षण में खरा उतरने के बाद जांबाज कैडेट्स ने आज आईएमए में अंतिम पग भरा।
इसके साथ ही वे भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। परेड में सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर भाग लिया। परेड की लाइव स्ट्रीमिंग डीडी नेशनल और यूट्यूब चैनल पर की गई। इस दौरान अतिरिक्त सावधानी बरती गई।’
सादगी पूर्ण माहौल में परिजनों की उपस्थिति के बिना आयोजित हुआ कार्यक्रम
आईएमए देहरादून के 88 साल के गौरवपूर्ण इतिहास में पहली बार हुआ कि पासिंग आउट परेड सिर्फ रस्म अदायगी रही। कोविड-19 की वजह से इस बार पासिंग आउट परेड का पूरा कार्यक्रम सादगीपूर्ण तरीके से किया गया। शनिवार को इंडियन मिलिट्री अकैडमी (आईएमए) से 423 कैडेट पास आउट हुए। हालांकि, इस दौरान पूरी दर्शक दीर्घा खाली रही क्योंकि परेड में किसी के भी प्रवेश की अनुमति नहीं थी।
कोरोना संक्रमण के चलते बदला तौर-तरीका, 24 घंटे के अंदर दी जाएगी तैनाती
आम तौर पर सेना में पासिंग आउट परेड के बाद अफसरों को 15-20 दिन की छुट्टी दी जाती है, जिससे वह अपने परिवार से मिल सकें। इसके बाद ड्यूटी पर भेजा जाता था, लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस बार आईएमए से पास आउट हो रहे करीब 400 कैडेट को अफसर बनने के 24 घंटे के अंदर तैनाती दी जा रही है।
यूपी के सबसे अधिक 66 कैडेट्स बने सैन्य अधिकारी
इस बार भी यूपी के सबसे ज्यादा 66 कैडेट पास आउट हुए। दूसरे नंबर पर 39 कैडेट के साथ हरियाणा है। उत्तराखंड-बिहार के साथ संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर है। वहीं, उत्तराखंड से इस बार 31 कैडेट सेना में अफसर बने हैं।
भारत से तनावपूर्ण संबंध रखने वाले पड़ोसी नेपाल के कैडेट्स भी बने अफसर
आईएमए से शनिवार को नेपाली कैडेट भी पास होकर भारतीय सेना में अफसर बने। भारतीय सेना में नेपाली नागरिकों को मौका दिया जाता है। हाल के वक्त में भारत और नेपाल की सीमा पर काफी तल्खी भरा माहौल है। इस बीच भी तीन नेपाली कैडेट्स ने शनिवार को भारतीय सेना में शामिल होने के लिए शपथ लिया।
62,139 युवा बन चुके हैं अफसर
लेफ्टिनेंट जनरल नेगी ने बताया कि पासिंग आउट परेड में इस वर्ष देश-विदेश के कुल 423 जेंटलमैन कैडेट्स ने शिरकत की. इनमें 333 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले, जबकि अफगानिस्तान समेत नौ मित्र देशों को भी 90 सैन्य अधिकारी मिलेंगे. इस बार भी अफगानिस्तान को सबसे अधिक 48 अफसर मिले.
वहीं, तजाकिस्तान के 18 और भूटान के 13 कैडेट भी अकादमी से पास आउट हो हुए. कुल मिलाकर मित्र देशों को भारतीय सैन्य अकादमी से मिलने वाले युवा अधिकारियों की संख्या बढ़कर 2503 हो गई.
बता दें, भारतीय सैन्य अकादमी में देश विदेश के जेंटलमैन कैडेटों को प्रशिक्षण दिया जाता है। अकादमी की स्थापना से लेकर अब तक देश विदेश की सेनाओं को 62 हजार 139 युवा अफसर मिल चुके हैं। इनमें मित्र देशों के 2503 युवा अफसर भी शामिल हैं।
वर्तमान में अकादमी में भारत के अलावा अफगानिस्तान, तजाकिस्तान, मालदीव, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फिजी आदि मित्र देशों के भी कैडेट सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। सैन्य प्रशिक्षण पूरा करने के बाद यह कैडेट पास आउट होकर अपने-अपने देश की सेना का अभिन्न अंग बनते हैं।