देश में लगातार COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं। अस्पतालों की इन्वेंट्री में बढ़ती कमी से लेकर प्रतिदिन पॉज़िटिव मामलों की पुष्टि दर में उछाल और कोरोना टेस्ट में आ रही बाधाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में लाल झंडे दिखा दिए हैं। केंद्र ने कहा है कि हालांकि देश में मामला घातक दर (CFR- Case Fatality Rate) स्थिर है लेकिन 69 प्रदेश में CFR है इसमें पांच सबसे प्रभावित राज्यों- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश को चेतावनी दी है कि ये राज्य वर्तमान रुझानों में आगे चल रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है इन राज्यों को जून से अगस्त के बीच आईसीयू बेड और वेंटिलेटर के मामले में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।
अनुमान बताते हैं कि दिल्ली में 3 जून से ही आईसीयू बेड में कमी आने लगी है। और 12 जून को वेंटिलेटर की कमी भी होने लगेगी। 25 जून आते-आते ऑक्सीजन के साथ वाले आइसोलेशन बेड की कमी का भी अनुमान लगाया जा रहा है।