पंतजलि द्वारा बनाई गई कोरोना वायरस की दवा | किया हज़ारो मरीजों पर सफल प्रशिक्षण | आ. बालकृष्ण का दावा ।

आज विश्व भर के लिए कोरोना वायरस सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। देश विदेश की सरकारें लगातार इस संकट को टालने के उपाय ढूंढ रही है। इस कोरोना महामारी के संकट से कोई भी देश सुरक्षित नहीं है। भारत में कोरोना के कुल मामले करीबन ३ लाख तक पहुंच चुके हैं। इसी बीच भारत में लॉकडाउन हटाए जाने की वजह से कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि होने का भय भी लोगों में दिख रहा है।

इन संकटो के बीच एक अच्छी खबर आयी है। पतंजलि ने दावा किया है की कोरोना वायरस की दवा बनकर तैयार हो गयी है। आचार्य बालकृष्ण का कहना है की इस दवा का प्रशिक्षण भी सफलता पूर्ण ढंग से हो चुका है। उस दवा से अब तक एक हजार से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके। अलग-अलग जगह पर कई कोरोना पॉजिटिव मरीजों को दी गई थी दवा।

दरअसल वायरस की दवा बनाने के लिए भारत समेत दुनिया के कई देशों में शोध चल रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इस महामारी की वैक्सीन एक साल में बनकर तैयार हो जाएगी। लेकिन एक साल तक कोरोना के साथ जीना आसान नहीं है। देश में जो अस्पतालों के हालत हैं उसे देख कर एक साल तक इस बीमारी के साथ जीना बिल्कुल संभव नहीं है।

आचार्य बालकृष्ण का दावा है कि पंतजलि ने कोरोना की दवा बनाने में सफलता हासिल कर ली है। उन्होंने इस दवा से 1 हजार से ज्यादा लोगों के ठीक होने की भी बात कही है। आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया है कि अलग-अलग जगह पर कई कोरोना पॉजिटिव मरीजों को यह दवा दी गई, जिसमें से 80 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं।

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि जैसे ही कोरोना महामारी ने चीन के साथ पूरे विश्व में दस्तक दी तो उन्होंने अपने संस्थान में हर विभाग को सिर्फ और सिर्फ कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा पर काम करने में लगा दिया, जिसका परिणाम अब सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस दवा का न केवल सफल परीक्षण किया गया, बल्कि इसे तैयार भी कर लिया गया।

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि शास्त्रों, वेदों को पढ़कर और उसे विज्ञान के फॉर्मूले में डालकर आयुर्वेदिक चीजों से यह दवा बनाई गई।
उन्होंने कहा कि इस दवा के निर्माण के लिए पतंजलि के सैकड़ों वैज्ञानिक दिन-रात एक कर काम करते रहे।

Share Now

Related posts

Leave a Comment