राहुल गांधी ने सोमवार को भारत चीन सीमा विवाद और चीन के मसले पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए ट्वीट किया था। राहुल ने ट्वीट के द्वारा एक शायरी पोस्ट की थी,
‘सब को मालूम है ‘सीमा’ की हकीकत लेकिन,
दिल के खुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख्याल अच्छा है.’
अमित शाह के ANI को दिए हुए स्टेटमेंट के ऊपर प्रतिक्रिया देने के रूप में, राहुल गाँधी ने यह शायरी अपने ट्वीट के माध्यम से शेयर की। अमित शाह ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि “भारत की रक्षा नीतियों को वैश्विक स्वीकृति मिल चुकी है। पूरी दुनिया इस बात से सहमत है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और इसराइल के बाद भारत ही ऐसा देश है जो की अपनी सीमा की रक्षा करने में सक्षम है।”
सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन,
दिल के ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।https://t.co/cxo9mgQx5K— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 8, 2020
सुबह राहुल के वार पर राजनाथ सिंह ने शाम होते होते ही शायराना अंदाज में पलटवार भी कर दिया। महाराष्ट्र जन संवाद वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर शायराना अंदाज में पलटवार किया।
मिर्जा गालिब के एक शेर को अपने अंदाज में कहते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि
‘हाथ में दर्द हो तो दवा कीजै,
यदि हाथ ही दर्द हो तो क्या कीजै।’
मिर्ज़ा ग़ालिब का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज़ में है। ‘
‘हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै,
‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै.. https://t.co/k1fhnI6K4N— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 8, 2020
वर्चुअल रैली में चीन के मसले पर रक्षा मंत्री ने कहा कि हम किसी के मान, सम्मान पर न चोट पहुंचाते हैं और न अपने मान, सम्मान और स्वाभिमान पर चोट बर्दास्त कर सकते हैं। इसलिए विपक्ष को कहता हूं कि भारत-चीन मामले पर हमें ज्यादा समझाने की कोशिश न करें।
महाराष्ट्र सरकार पर भी राजनाथ सिंह ने तंज कसा। राजनाथ सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र में तीन दलों की सरकार है। महाराष्ट्र में सरकार के नाम पर सर्कस हो रहा हो ऐसा प्रतीत होता है। विकास का जिस प्रकार का विजन सरकार के पास होना चाहिए, वो महाराष्ट्र सरकार के पास नहीं है। यहां हालात देखें तो लगता है कि महाराष्ट्र में सरकार नाम की चीज़ ही नहीं है।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि जब चुनाव लड़ना था तब शिवसेना ने बीजेपी के संग गठबंधन किया, लेकिन चुनाव के बाद सत्ता की भूख में शिवसेना ने बीजेपी को धोखा दिया।
राजनाथ सिंह ने बीजेपी के चरित्र को लेकर कहा कि मैं भाजपा के चरित्र को स्पष्ट करना चाहता हूँ कि हम धोखा खा सकते हैं, लेकिन धोखा कभी दे नहीं सकते हैं।