अंधियारे में हुआ उजाला।
ज्योति प्रकाश देव रूप ढाला।। १
चतुमुखी रूप ओज निराला।
प्रथम मुख डाक्टर वाला। २
श्वेत कोट थर्मामीटर उपकरण।
कर उपचार देखे हर प्रकरण।। ३
रूप दूसरा भीम सा बालि।
दंड जिसका जाये न खाली।। ४
तृतीय रूप सफाई वाले।
स्वच्छ सृष्टि के रखवाले।। ५
चतुर्थ रूप सरकारी तबका।
परिजन सा ख्याल रखें सबका।। ६
सहस्त्र सहयोगी हाथ सारें।
पकड़े कोरोना मारें सारे।। ७
आरोग्य सेतु सी दृष्टि पाई।
ढूंढ कोरोना मार गिराई।। ८
समयकाल सा कर्ण पाला।
लॉक डाउन का पिंजडा डाला।। ९
सेना, प्रेस के पग हैं पाये।
पकड़ कोरोना भूत भगाये।। १०
संस्कृति धर्म की कमर विशाला।
सत्यपथ भय कोरोना टाला।। ११
बाहूबली सी जंघा पाई।
पकड कोरोना धूल चटाई।। १२
हों तैयार महायुद्ध रचेगा।
नही निशान कोरोना बचेगा।। १३
सुन ईश कुछ तो शक्ति डालो।
दुविधा बड़ी हमको संभालो।। १४
पल में अद्भुत हुआ कमाल।
पकड़ा कोरोना बाँध रुमाल।। १५
ईश् शक्ति सब कुछ करेगी।
दीन मानुष घाव भरेगी।। १६