सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच तनातनी में अब ट्रम्प भी कूद पड़े हैं। दखल अन्दाज़ी की अपने चिरपरिचित अन्दाज़ में एक बार फिर ट्रम्प ने भारत चीन के विवाद को सुलझाने की पेशकश की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि अगर भारत और चीन चाहे तो अमेरिका विवाद सुलझाने को तैयार है। ट्वीट के मुताबिक ट्रम्प ने भारत और चीन दोनों को ही इस बात की सूचना दे दी है कि अमेरिका उनके बीच स्थित सीमा विवाद के निपटारे के लिए मध्यस्थ बनने का इच्छुक भी है और विवाद को सुलझाने मे सक्षम भी है।
We have informed both India and China that the United States is ready, willing and able to mediate or arbitrate their now raging border dispute. Thank you!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 27, 2020
इसी बीच भारत में चीन के एम्बेसडर का भी बड़ा बयां सामने आया है। एम्बेसडर सुन के मुताबिक भारत और चीन आपस में दुश्मन नहीं बल्कि एक दूसरे के लिए अवसर हैं। इन दिनों भारत और चीन दोनों ही बड़ी महामारी से लड़ रहे हैं। सुन का कहना है कि दोनों देशों के बीच हुए विवाद का असल रिश्तों पर नहीं पड़ना चाहिए। विवाद बढाने की बजाय इन दोनों देशों को बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने की कोशिश की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि ये कोई पहली बार नही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐसी पेशकश की हो। कश्मीर को लेकर भारत_ पाकिस्तान विवाद पर ट्रम्प ने मध्यस्थ बनने की पेशकश की थी। दरअसल ट्रम्प इस बात को भूल जाते हैं कि भारत इतना सक्षम है कि वो अपने ऐसे विवादों का निपटारा खुद कर सकता है। और भारत इशारे इशारे में कई बार इस बात को अमरीका को समझा चुका है। आपकी जानकारी के लिये बता दूं कि अमेरिका में कोरोना के चलते लाखो लोग संक्रमित हो चुके हैं। अपने बड़बोलेपन के लिये जाने जाने वाले ट्रम्प की जमकर आलोचना हुई। ऐसे में कोरोना से जंग के इन मुश्क़िल हालातों के दौरान भारत ने अमेरिका की मदद के लिये हाथ बढाया। अमेरिका की गुहार पर भारत ने कोरोना से निपटने के लिये कई टन हाइड्रॉक्सीक्लोरोक़्वीन उपलब्ध करवाया।