लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में कांग्रेस नेता अलका लांबा के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। ये FIR प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर की गई है।
उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. प्रीति वर्मा ने लांबा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 504, 505 (1)(B) और 505(2) के तहत दर्ज की गई है।
लांबा द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में लांबा प्रधानमंत्री मोदी और आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए, अपने कर्तव्यों को पूरा ना करने के मामले में दोनों को “नपुंसक” कहती दिख रही हैं।
लांबा ने प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर इल्ज़ाम लगाए कि दोनों ने राजनैतिक लाभ के लिए मुस्लिम और दलित कार्ड खेलने की भूमिका निभाई है। उन्नाव रेप केस का हवाला देते हुए, जिसमें पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर शामिल थे, लांबा ने “‘बेटी बचाओ अभियान’ को एक फ्लॉप शो” करार दिया, और आरोप लगाया कि सरकार भारत की बेटियों की रक्षा करने और पीड़ितों को न्याय देने में विफल रही है।
लांबा ने ट्विटर पर आगे लिखा है कि उन्होंने जो वीडियो शेयर किया है, वह 2 साल पुराना है। जिसे अब तक लगभग एक करोड़ लोगों ने देखा है। लांबा ने कहा कि “जब अंधे भक्तों” को मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला तो फिर उन्होंने इस पुराने वीडियो को एफआईआर के लिए खोज निकाला है।