भारत और चीन के बीच लद्दाख इलाक़े में टकराव की स्थिति बनी हुई है। बड़ी तादाद दोनो देशों की सेनाएँ तैनात की गयी हैं। वहीं इस टकराव की स्थिति को लेकर पीएमओ में मीटिंग हुई। एलएसी के मौजूदा हालात को लेकर चर्चा हुई। आपको बता दें कि इस हाईलेवल मीटिंग में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ तीनों सेना प्रमुख मौजूद रहे।
दरअसल सीमा विवाद को लेकर लद्दाख क्षेत्र में चीन की तरफ हेवी फोर्स डिप्लॉयमेंट चल रहा। ऐसे में अब भारत भी जवाबी ऐक्शन के लिये तैयार है। लद्दाख में चल रहे घटनाक्रम को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज़ से भारत अलर्ट मोड पर है।दरअसल सीमा पर सैनिकों के बीच हुए विवाद के बाद ये जबरदस्त तनातनी हुई।
मई महीने की शुरुआती हफ्ते मे भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख और सिक्किम सीमा पर विवाद हो चुका है। बीते एक महीने के भीतर भारत चीन के बीच तीन क्षेत्रो_ वेस्ट सेक्टर में लद्दाख, ईस्टर्न सेक्टर में नॉर्थ सिक्कम और उत्तराखंड के नज़दीक टकराव के हालात बन चुके हैं। एलएसी पर 5 हज़ार से ज़्यादा चीनी सैनिक डटे हुए हैं।
वहीं आपको बता दें कि 27 से 29 मई तक दिल्ली में सेना कमांडरों का ‘द्विवार्षिक सम्मेलन’ का आयोजन होने जा रहा है। तीन प्रमुख इलाक़ों में चीन के साथ जारी तनातनी के बीच सेना के टॉप ओफीशियल्स इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। वहीं बैठक का दूसरा हिस्से का आयोजन जून के अन्तिम सप्ताह में किया जाएगा। दरअसल इस सम्मेलन का आयोजन अप्रैल महीने में होना था लेकिन कोरोना के चलते इसे आगे बढ़ाना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि इस सम्मेलन में एलएसी और एलओसी दोनो मसले पर चर्चा सम्भव है।