लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र राज्य आवास विभाग ने शुक्रवार को मकान मालिकों से कम से कम तीन महीने तक किरायेदारों से किराया वसूली को टालने के लिए कहा है। सीएमओ महाराष्ट्र के मुताबिक, इस दौरान किसी भी किरायेदार को किराए का भुगतान नहीं करने के कारण किराए के घर से बेदखल नहीं किया जाना चाहिए।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना के 288 नए मामले सामने आए हैं। साथ ही, सात लोगों की कोरोना से मौत भी हुई है। राज्य में कोरोना वायरस के अब तक कुल 3204 मामले हैं। कुल 194 मौतें भी हो चुकी हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना मामलों की जांच में तेजी लाने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) से पूल टेस्टिंग, रैपिड टेस्टिंग और प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति मांगी थी लेकिन अभी तक नहीं मिली है। इसके बावजूद महाराष्ट्र पिछले दो दिनों से कोरोना से होने वाली मौतों में आई कमी से राहत महसूस कर रहा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र को पर्याप्त संख्या में एन-95 मास्क और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि आठ लाख एन-95 मास्क और 50 लाख पीपीई किट मांगे गए थे लेकिन केवल एक लाख मास्क और 30,000 किट मिले हैं।
🚨Update🚨
Maharashtra State Housing Department has issued instructions to landlords/ house owners to postpone rent collection by at least three months. During this period, no tenant should be evicted from the rented house due to non-payment of rent.#WarAgainstVirus pic.twitter.com/cOFsh0NDGD
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 17, 2020
महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना से पिछले एक सप्ताह में सबसे कम मौतें हुई हैं। जिन सात लोगों की मौत हुई उनमें तीन मुंबई एवं चार पुणे के हैं। मुंबई में गुरुवार को कुल 177 नए मामले सामने आए जिनमें 26 धारावी के हैं। धारावी में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 86 हो गई है। मुंबई में घनी बस्ती वाले एक अन्य क्षेत्र गोवंडी-मानखुर्द में भी कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़कर 103 हो गई है। मुंबई में कोरोना पीडि़त अति गंभीर क्षेत्रों की संख्या भी आठ हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के अनुसार, महाराष्ट्र में जांच बढ़ने के बावजूद कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। पहले कम जांच होने पर भी दो दिन बाद ही दो गुने हो रहे थे। फिर यह अवधि तीन दिन पर पहुंच गई और अब छह दिनों में रोगियों की संख्या दोगुनी हो रही है।
राजेश टोपे मानते हैं कि महाराष्ट्र में कोरोना रोगियों की मृत्यु दर देश में सर्वाधिक है, लेकिन रोगियों में मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी बीमारियों का होना इसका मुख्य कारण है। महाराष्ट्र अब तक 51 हजार जांच कर चुका है। यह देश भर में की जा रही जांच का 50 फीसद है। पूरे महाराष्ट्र में की जा रही जांच में से आधी मुंबई में हो रही हैं। राज्य में 15 सरकारी एवं 15 निजी प्रयोगशालाओं में जांच की जा रही है। जल्दी ही छह और प्रयोगशालाओं में जांच शुरू कर दी जाएगी। महाराष्ट्र ने आइसीएमआर से प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति भी मांगी है जिसमें अब तक ठीक हो चुके 300 रोगियों के प्लाज्मा से बाकी रोगियों का इलाज करने की योजना है। जांच में तेजी लाने के लिए मुंबई में ड्राइव थ्रू कोविड-19 टेस्टिंग की शुरुआत की जा चुकी है जिसमें लोग राह चलते अपनी कार में बैठे-बैठे अपने स्वैब के नमूने देकर जांच करा रहे हैं।
Coronavirus Maharashtra: महाराष्ट्र में कोरोना के 2033 नए मामले, 35058 संक्रमित; 1249 की मौत