महाराणा प्रताप के 10 विचार, जो अनुकरणीय है…
- मातृभूमि और अपने मां में तुलना करना और अन्तर समझना निर्बल और मूर्खों का काम है.
- समय इतना बलवान है कि राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है.
- ये दुनिया कर्म करने वालों को ही पसंद करती है. इसलिए कर्म करो.
- हार आपसे आपका धन छीन सकती है लेकिन आपका गौरव नहीं.
- जो बुरे वक्त से डर जाते है उन्हें न सफलता मिलती है और न ही इतिहास में जगह.
- अगर इरादा नेक हो तो इंसान कभी हार नहीं सकता है.
- जो इंसान अपने और परिवार के आलावा भी सबके विषय में सोचे वो ही सच्चा नागरिक कहलाने के योग्य है.
- अपने कर्मों से वर्तमान को इतना विश्वास दिला दो कि वो भविष्य को भी अच्छा होने पर मजबूर कर दे.
- सुख से जीवन जीने से अच्छा है, राष्ट्र के लिए कष्ट सहो.
- सम्मानहीन व्यक्ति मुर्दे के समान है.